कोरोना काल में अजीब अजीब मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जो पूरे सोशल मीडिया में छा गया है। यह खबर फेसबुक से लेकर ट्विटर तक वायरल हो रही है। आइए जानते हैं फ्लाइट में इस महिला के साथ आखिर ऐसा क्या हुआ कि उसे आइसोलेट होना पड़ा वो भी बाथरूम में।
कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन दुनियाभर में कहर मचा रहा है। इसलिए ज्यादातर देशों ने अपने यहां कोरोना नियमों, आइसोलेशन और एयरपोर्ट पर कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिया है।
इस बीच अमेरिका में एक महिला को कोरोना पॉजिटिव आने के बाद फ्लाइट के बाथरूम में ही आइसोलेट होना पड़ा।
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शिकागो से आइसलैंड की उड़ान के दौरान आधे रास्ते में कोविड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अमेरिकी महिला को फ्लाइट की बाथरूम में पांच घंटे के लिए आइसोलेट कर दिया गया।
डब्ल्यूएबीसी-टीवी ने बताया कि मिशिगन की एक टीचर मारिसा फोटियो ने कहा कि 19 दिसंबर को यात्रा के दौरान उनके गले में दर्द होने लगा था. इसलिए वह तेजी से कोविड टेस्ट करने के लिए बाथरूम गईं। टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
फोटियो ने CNN News को बताया कि उन्होंने एयरपोर्ट पर 2 पीसीआर टेस्ट और 5 रैपिड टेस्ट कराए थे। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, लेकिन फ्लाइट में करीब डेढ़ घंटे बाद उन्हें गले में खराश की शिकायत हुई। फिर से रैपिड टेस्ट कराना पड़ा और रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
फोटियो कहती हैं, फ्लाइट में बोर्डिंग के बाद ही मुझे कुछ दिक्कत आ रही थी। मेरे दिमाग में कई चीजें चल रही थी। फिर मैंने खुद को हिम्मत देते हुए कहा कि मैं तो बस एक और बार टेस्ट कराने जा रही हूं। सब ठीक ही होगा। मगर रिपोर्ट देखकर मेरे होश उड़ गए। मैं कोरोना संक्रमित थी
रिपोर्ट को मुताबिक, फोटियो ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है। बूस्टर शॉट भी लगा लिया है। वह हर हफ्ते अपना कोविड टेस्ट कराती हैं, क्योंकि वह अशिक्षित आबादी के साथ काम करती हैं। फिलहाल फोटियो सफर के बाद अपने घर पर कुछ दिन के लिए आइसोलेट हैं।