नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गुरुवार को कोविड का तीसरा टीका पूरी पात्र आबादी को देने से फिलहाल इंकार करते हुए भारत में निर्मित कोविड टीके कोवैक्सिन और कोविशील्ड को सशर्त खुले बाजार में उतारने की मंजूरी दे दी।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने एक ट्वीट में इस पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि राष्ट्रीय नियामक ने दो कोविड टीकों कोवैक्सिन और कोविशील्ड को सशर्त बाजार में उतारने की मंजूरी दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि टीका लगाने वाले संस्थानों को यह टीका कोविन ऐप पर पंजीकृत करना होगा और 6 महीने तक निगरानी के बाद संबंधित डाटा नियामक को देना होगा।
अग्रवाल ने बताया कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने 19 जनवरी को वयस्क आबादी में शर्तों के साथ नई दवा की अनुमति देने के लिए आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग से टीकों की सिफारिश की।
अग्रवाल ने कहा कि देश में पूरी पात्र आबादी को कोविड का तीसरा टीका देने पर फिलहाल कोई विचार विमर्श नहीं चल रहा है। उन्होंने कहा कि टीका देने के संबंध में एक विशेषज्ञों की समिति विचार करती है और उसी के आधार पर निर्णय किया जाता है। फिलहाल इस संबंध में कोई चर्चा नहीं चल रही है। अग्रवाल ने बताया कि देश कोविड के डेल्टा, ओमिक्रॉन और बीए-वन, बीए- टू के रूप मिल रहे हैं।
हालांकि ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या ज्यादा है। उन्होंने बताया कि 11 राज्यों में कोविड संक्रमितों की संख्या 50- 50 हजार से ज्यादा है और 14 राज्यों में 50 हजार से कम है। शेष 11 राज्यों में कोविड संक्रमितों का आंकड़ा 10 हजार से नीचे बना हुआ है। देश के 551 जिलों में संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से अधिक बनी हुई है।
उन्होंने बताया कि कर्नाटक, केरल, तमिलनाडू, गुजरात, आंध्रप्रदेश और राजस्थान में कोविड संक्रमण की दर बढ़ रही है जबकि महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश , दिल्ली,ओडिशा, हरियाणा और पश्चिम बंगाल में इसमें गिरावट दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि देश में कोविड टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है। देश में 95 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड का पहला टीका और 74 प्रतिशत आबादी को दूसरा टीका दिया जा चुका है। इसके अलावा 97. 03 लाख व्यक्तियों को अतिरिक्त टीका और 4.37 करोड़ किशोरों को कोविड टीका लगाया जा चुका है।
अग्रवाल ने कहा कि देश में 90 प्रतिशत कोविड रोगी होम आईसोलेशन में हैं और उन्हें हल्के तथा मध्यम स्तर के लक्षण हैं। ई. संजीवनी कोविड रोगियों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। अभी तक इसके माध्यम से 2.3 करोड़ से अधिक चिकित्सा परामर्श दिये जा चुके हैं। शीर्ष 10 राज्यों में 77 प्रतिशत से अधिक कोविड संक्रमित मामले हैं।