जयपुर। लॉकडाउन के साथ ही अब आयोजनों का ट्रेंड भी बदलने लगा है। जहां शादियों में लोग ऑनलाइन डांस कर रस्म निभा रहे हैं। वहीं दूसरी और राजनीतिज्ञ भी प्रेस कॉन्फ्रेंस एवं पार्टी के विधायक, एमपी एवं मंत्रियों से बैठक ऑनलाइन ही कर रहे हैं। शिक्षण संस्थान भी इससे अछूते नहीं हैं। इसके चलते सेमीनार ने वेबीनार का रूप ले लिया है।
हाल ही में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की ओर से 14 अप्रेल को ऑनलाइन नेशनल वेबीनार का अयोजन जूम एप के जरिए किया गया था। इतना ही नहीं अब तो मई तक लॉकडाउन के चलते प्रतियोगिताएं भी फेसबुक, वाट्स्एप एवं ऑनलाइन माध्यम से होती नजर आ रही हैं।
लॉकडाउन प्रतियोगिता : हाल ही में राजस्थान प्रदेश के जयपुर जिले की चौमूं तहसील के पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी का एक पोस्टर वाट्स्अप पर वायरल हो रहा है। जिसमें अनूठे नवाचार का जिक्र करते हुए लॉकडाउन प्रतियोगिता का जिक्र किया गया है।
इन प्रतियोगिताओं में अभिनय, नृत्य, गायन, वाद्य संगीत, पेटिंग, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन लेखन, प्रिंट फेेस प्रतियोगिता, कविता लेखन, डायरी लेखन, डिजिटल आर्ट, इन होम फोटोग्राफी, स्टैंड अप कॉमिक, रेसिपी प्रतियोगिता, निबंध लेखन, लघुकथा लेखन, गीता लेखन, रंगोली कला एवं मेहंदी कला प्रतियोगिताओं का उल्लेख है।
ये सभी प्रतियोगिताएं 3 से 10 साल, 11 से 17 एवं 18 तथा उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए नियम एवं शर्तों के साथ वायरल किया जा रहा है। जिसमें भाग लेने की अंतिम तारीख 30 अप्रेल एवं परिणाम दिनांक 3 मई को निकालने की जानकारी दी गई है।
इसके साथ ही पूर्व विधायक सैनी ने चौमूं तहसील के मंदिरों में भोग सामग्री का गढ़ गणेश मंदिर, कागलियावाले बालाजी, लक्ष्मीनाथ मंदिर, हनुमान मंदिर, सीतारामजी का मंदिर, रघुनाथजी का मंदिर, सैन मंदिर, बांके बिहारी मंदिर, जानकीनाथ मंदिर, जागेश्वर मंदिर सहित सैकड़ों मंदिरों में वितरण किया गया।
पेंटिंग से संदेश : लॉकडाउन की पालना के लिए रोड पर पेंटिंग के माध्यम से संदेश का प्रसारण भी कार्यकर्ताओं के माध्यम से करवाया। भामाशाह भी बढ़-चढ़कर सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में पूर्व विधायक सैनी के माध्यम से जमा करवा रहे हैं। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए सैनेटाइजेशन चैंबर की भी शुरुआत गांव हस्तेड़ा में की गई है।