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गर्भवती महिलाएं Covid-19 से कैसे बचें, संक्रमित होने पर क्या कर सकती हैं? जानिए सीधे एक्सपर्ट से

हमें फॉलो करें गर्भवती महिलाएं Covid-19 से कैसे बचें, संक्रमित होने पर क्या कर सकती हैं? जानिए सीधे एक्सपर्ट से
, सोमवार, 26 अप्रैल 2021 (17:03 IST)
सुरभि‍ भटेवरा,

कोरोना वायरस का विकराल रूप अपने चरम स्तर पर है। लेकिन वायरस के कहर के बीच एक साथ दो जिंदगी और भी दाव पर भी लगी है। वह है गर्भवती मां और पेट में पल रहे बच्चे की। महामारी के दौर में कैसे दोनों का ख्याल रखें? क्या सावधानियां बरतना जरूरी है? कोरोना से कैसे बचें और कोरोना संक्रमित होने पर क्या सावधानियां बरतना जरूरी है। वेबदुनिया ने सीधे डॉ हेमा जाजू गायनेकोलॉजिस्ट से चर्चा कि। आइए जानते हैं क्या कहा उन्होंने -

Q.कोरोना काल में गर्भवती महिलाएं कैसे अपना ख्याल रखें?
गर्भवती महिलाएं बहुत अधिक जरूरी कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें। अक्सर गर्भवती महिलाओं को 15 दिन या हर महीने जांच के लिए जाना होता है। अगर उन्हें किसी प्रकार की हाई रिस्क नहीं है तो वह ऑनलाइन कंसल्टेशन लें। अगर उन्हें हाई रिस्क है तो वह अपॉइंटमेंट लेकर ही जाएं। हॉस्पिटल जा रहे हैं तब मास्क जरूर लगाएं, कम से कम 6 फीट की दूरी रखें। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं का इम्यूनिटी लेवल कमजोर हो जाता है। अगर बीमारी होती है तो सिवियर हो सकती है। बच्चें पर भी इसका असर पड़ सकता है।

Q.गर्भवती महिलाओं को सैनिटाइजर का उपयोग करना चाहिए या नहीं?
घर पर रहे तो साबुन से हाथ धोते रहें, और बाहर जा रहे हैं, जहां हेंड वॉश नहीं कर सकते हैं तो सैनिटाइजर का उपयोग कर सकते हैं।

Q.गर्भवती महिलाओं को फूड डाइट में क्या बदलाव करना चाहिए?
हेल्दी न्यूट्रिशियस डाइट इस वक्त बेहद जरूरी है। जिससे आपका इम्यूनिटी बूस्ट हो सकें। ऐसे कठिन समय में ज्यादा तेल या बहुत अधिक तीखा नहीं खाएं। दाल और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें। जर्मीनेटेड प्रोडक्ट्स जैसे - मूंग, मोठ खा सकते हैं।

Q.गर्भवती महिलाएं के पॉजिटिव होने पर क्या करें?
अगर गर्भवती महिलाएं को पहले के 6 महीने में कोरोना होता है तो यह अधिक सिवियर नहीं भी हो सकता है लेकिन आखिरी के 3 महीनों में होने पर यह सिवियर हो सकता है। प्रेग्नेंट वुमेन कोरोना संक्रमित होती है तो उन्हें सबसे पहले आइसोलेट किया जाए। इसके बाद उनके ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल को हर 4 घंटे में मॉनिटर करते रहे। अगर हाई फिवर आता है तो उसे कंट्रोल करने की कोशिश करें। हाई रिस्क होने पर उन्हें एडमिट भी करना पड़ सकता है।

Q.प्रेग्नेंट वुमन में कोरोना के अलग लक्षण पाए जाते हैं?
नहीं, ऐसा नहीं है। लक्षण एक जैसे ही है। सर्दी हो सकती है, गले में कफ होना, लॉस ऑफ टेस्ट हो सकता है और बुखार। सिवियरिटी बढ़ सकती है। बाकि लक्षण एक जैसे ही है। शिशु पर इसका प्रभाव पड़ता है या नहीं इस पर स्टडी जारी है। हां, बच्चे में पानी की कमी हो सकती है, बच्चे की ग्रोथ में अंतर आ सकता है। यह दो चीजें अभी देखने में आ रही है।

Q.गर्भवती महिलाएं टीका लगवा सकती है या नहीं?
भारत सरकार ने अभी गर्भवती महिलाओं के लिए इसे अप्रूव नहीं किया है। रॉयल कॉलेज ऑब्स्ट्रेशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट, यूके के द्वारा वर्तमान में आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 वैक्सीन से गर्भवती महिलाओं को खतरा नहीं है लेकिन अभी जरूरी और पर्याप्त सबूत भी नहीं है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी गर्भावस्था को दौरान कोरोना से संक्रमित होने के जोखिम को लेकर चेताया है। कहा है, ‘कि आम महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं के वायरस से संक्रमित होने का खतरा अधिक होता है। संक्रमण के कारण प्री-मच्योर बच्चे के जन्म का खतरा भी अधिक बढ़ जाता है।’

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