नई दिल्ली। भारत में 45 साल से ऊपर के लोगों के टीकाकरण का काम जोरों से चल रहा है। इस बीच 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने की मांग जोर पकड़ रही। इस मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया जब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी गई।
देश में टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल लाभार्थियों की उम्र के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में देश में 18 से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को टीका लगाए जाने की मांग की गई है।
सर्वोच्च न्यायालय में एड्वोकेट रश्मि सिंह ने शुक्रवार को यह याचिका दायर की है। इसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस के काबू करने के लिए सभी युवा और काम करने वाले वर्ग को वैक्सीन लगाया जाना जरूरी है।
याचिका में 18-45 उम्र के शामिल न करने संबंधी सरकार के फैसले को मनमाना बताया गया है। कहा गया है कि इस आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन के लिए मना करना मनमाना, भेदभाव पूर्ण और अकारण है।
इससे पहले तहसीन पूनावाला ने भी सुप्रीम कोर्ट में कोरोना वैक्सीन को लेकर याचिका दायर की थी। इस याचिका में 45 वर्ष से अधिक आयु के ही लोगों को कोविड-19 का टीका लगाने के फैसले को चुनौती दी गई थी।
उल्लेखनीय है कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 1 दिन में रिकॉर्ड 2,17,353 नए मामले सामने आए थे जबकि 1185 लोगों की मौत हो गई थी। अब तक 1,42,91,917 लोग इस महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या 15 लाख के पार चली गई है।