लखनऊ। कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड के नए स्वरूप ओमीक्रोन को सिर्फ एक 'सामान्य वायरल फीवर' (बुखार) करार देते हुए कहा कि यह वायरस अब कमजोर पड़ चुका है लेकिन फिर भी सतर्कता बरतना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ में 15 से 18 साल तक के लोगों के टीकाकरण कार्यक्रम का निरीक्षण करने के बाद कहा कि यह सच है कि ओमीक्रोन तेजी से फैलता है लेकिन यह भी सत्य है की दूसरी लहर की तुलना में ओमिक्रॉन स्वरूप काफी कमजोर है। यह मात्र एक सामान्य वायरल फीवर है। लेकिन सतर्कता और सावधानी किसी भी बीमारी में आवश्यक होती है। घबराने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल मार्च-अप्रैल में कोविड के डेल्टा स्वरूप से प्रभावित हुए लोगों को ठीक होने में 15 से 25 दिन लगे थे और ठीक होने के बाद भी उन्हें काफी परेशानियां थीं, लेकिन ओमिक्रॉन के मामले में अब तक इस प्रकार की स्थिति नहीं है और वायरस अब कमजोर पड़ चुका है लेकिन फिर भी जिन्हें पहले से ही कई बीमारियां हैं उन्हें इस दृष्टि से बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। सरकार ने सतर्कता के मद्देनजर नाइट कर्फ्यू की व्यवस्था लागू की है।
योगी ने कहा कि प्रदेश में ओमिक्रॉन के अब तक केवल 8 मामले आए हैं जिनमें से तीन पहले ही ठीक हो चुके हैं। बाकी होम आइसोलेशन (घर पर पृथकवास) में हैं। प्रदेश में 15 से 18 आयुवर्ग के लिए आज से शुरू टीकाकरण कार्यक्रम का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान के तहत राज्य में करीब 1 करोड़ 40 लाख लोगों को टीके लगाए जाएंगे। इसके लिए प्रदेश में 2150 बूथ बनाए गए हैं। राजधानी लखनऊ में ही 39 ऐसे केंद्र बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अगर हम प्रदेश में 18 से अधिक उम्र के वर्ग की बात करें तो 20 करोड़ 25 लाख से अधिक लोगों को अब तक टीका लगाया जा चुका है। इनमें से 12 करोड़ 84 लाख 94 हजार 516 लोगों ने टीके की पहली खुराक ली है जबकि 7 करोड़ 40 लाख 93 हजार 819 लोगों ने दोनों खुराक ले ली हैं।