भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर लोगों पर कहर बनकर टूटी है। हालात ऑउट ऑफ कंट्रोल है। हेल्थ सिस्टम दम तोड़ चुका है। अस्पतालों में बेड, दवा और ऑक्सीजन के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे है। हर नए दिन के साथ मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। श्मशान पर अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग लगी है। लेकिन सरकार के मंत्री मदमस्त है।
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल का कोरोना से हो रही मौतों को लेकर एक शर्मनाक बयान समाने आया है। मीडिया ने जब मंत्री जी से कोरोना से हो रही मौतों को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि उम्र हो जाती है तो मरना भी पड़ता है। मंत्री ने साफ कहा कि कोरोना से मौतें हो रही है और इसको रोका नहीं जा सकता। मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में बेड की की व्यवस्था की जारी है।
श्मशान घाट पर खौफनाक मंजर-भले ही मंत्री जी ने एक झटके में कोरोना से होने वाली मौतों से अपना पल्ला झाड़ लिया हो लेकिन श्मशान घाटों पर 24 घंटे धधकती चिताओं को देखकर लोग दहल जा रहे है। बात चाहे राजधानी भोपाल की हो या सबसे संक्रमित शहर इंदौर की हर शहर में श्मशान घाटों पर लाशों के अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग है। बुधवार को राजधानी भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर 54 कोरोना शवों का अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें 28 भोपाल की ओर 26 बाहर की थी। भदभदा विश्राम घाट पर हर दिन के साथ लगातार बढ़ती जा रही शवों की संख्या को देखते हुए लगातार नए चिता स्थल का निर्माण किया जा रहा है।