मुंबई, महाराष्ट्र कोविड-19 कार्य बल के सदस्य डॉ शशांक जोशी ने सोमवार को कहा कि लोगों में एंटीबॉडी की मौजूदगी का पता लगाने के लिए राज्यव्यापी विशेष सीरो सर्वेक्षण करना आवश्यक है, क्योंकि राज्य में प्रतिदिन अब भी कोरोना वायरस संक्रमण के बहुत अधिक मामले सामने आ रहे हैं।
डॉ जोशी ने कहा कि महाराष्ट्र में नौ अगस्त तक कोविड-19 के 63,57,833 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि महामारी की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों में कमी आई है, लेकिन यह नए मामले अब भी सामने आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक लेने वाले लोगों को 15 अगस्त से मुंबई की उपनगरीय ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति देकर एक बड़ी रियायत दी है और यदि कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में गिरावट जारी रहती है, तो एक सितंबर से प्रतिबंधों में और ढील दी जा सकती है।
डॉ जोशी ने कुछ क्षेत्रीय समाचार चैनलों को राज्य सरकार की कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों में ढील देने और सामान्य जनजीवन दोबारा पटरी पर लाने की नीति के बारे में जानकारी देते हुए कहा, "हमें कोविड-19 महामारी की पहली और दूसरी लहरों के दौरान की गई गलतियों को दोहराने से बचने की जरूरत है। दूसरी लहर अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है।"
उन्होंने स्कूलों को नहीं खोलने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, यह वैश्विक स्तर पर प्रमाणित हो चुका है कि स्कूलों और धार्मिक समारोहों के कारण कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से फैला है। अमेरिका ने समय से पहले स्कूलों को फिर से खोल दिया और अब वहां न केवल अधिक मामले सामने आ रहे हैं, बल्कि वहां मौतें भी अधिक हो रही हैं।" (भाषा)