मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को ऐलान किया कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य में सोमवार से सभी राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक जमावड़े पर रोक होगी।
ठाकरे ने टेलीविजन पर अपने संबोधन में यह भी कहा कि राजनीतिक आंदोलन को अगले कुछ दिनों के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि उसमें भीड़ एकत्रित होती है।
उन्होंने कहा कि महामारी राज्य में अपना सिर उठा रही है, लेकिन क्या यह एक और लहर है इसका पता 8 से 15 दिनों में चलेगा। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि लॉकडाउन कोविड-19 का समाधान नहीं हो, लेकिन यह वायरस के चक्र को तोड़ने का एकमात्र विकल्प है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 उचित व्यवहार आवश्यक है और नियमों का उल्लंघन करने वालों को दंडित किया जाएगा। मुख्यमंत्री के अनुसार कोरोनावायरस के खिलाफ युद्ध में मास्क एकमात्र ढाल है।
ठाकरे ने कहा कि मास्क पहनें, अनुशासन बनाए रखें और लॉकडाउन से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाये रखने के नियम का पालन करें।
अमरावती में एक सप्ताह का लॉकडाउन : महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के अमरावती जिले में 22 फरवरी को रात 8 बजे से एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन लागू रहेगा। कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के चलते यह निर्णय लिया गया है। मंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि लॉकडाउन 1 मार्च को सुबह आठ बजे तक लागू रहेगा।
एक अधिकारी ने कहा कि वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर अमरावती में लागू लॉकडाउन के अलावा अमरावती संभाग के अकोला, वाशिम, बुलढाणा और यवतमाल जिलों में भी कई तरह के प्रतिबंध लागू रहेंगे। अमरावती की जिला प्रभारी मंत्री ठाकुर ने रविवार को कोरोना वायरस के हालात की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि संक्रमण के मामलों में हालिया बढ़ोतरी को काबू करने के लिए अमरावती में सप्ताह भर का लॉकडाउन लगाना आवश्यक था।
मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं के अलावा सभी दुकानें बंद रहेंगी। साथ ही सभी सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थान, निजी कोचिंग सेंटर आदि प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। लोग अपनी जरूरत का सामान सुबह नौ बजे से शाम पाचं बजे के बीच खरीद सकेंगे। (भाषा)