भोपाल। कोरोना संकट काल में बड़े बड़े शहरों से वापस अपने शहरों और गांव को लौटे प्रवासी मजदूरों को उनके स्किल के हिसाब से रोजगार देने के लिए शिवराज सरकार रोजगार सेतु पोर्टल बनाया है। पोर्टल के जरिए मजदूरों को उनके कौशल एवं दक्षता अनुसार रोजगार दिलवा जाएग।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रोजगार सेतु पोर्टल का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रवासी मजदूरों का सर्वे करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। प्रदेश लौटे प्रवासी मजदूरों को उनकी कुशलता एवं दक्षता के अनुसार कार्य दिलाने के लिए रोजगार सेतु पोर्टल प्रारंभ किया गया है। पोर्टल पर सभी प्रवासी मजदूरों का पंजीयन किया गया है। साथ ही ऐसे नियोक्ताओं का पंजीयन किया गया है, जिन्हें विभिन्न कार्यों के लिए कुशल/अकुशल मजदूरों की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पोर्टल पर 07 लाख 30 हजार प्रवासी श्रमिकों तथा 5 लाख 79 हजार उनके परिवार के सदस्यों का इस प्रकार कुल 13 लाख 10 हजार का पंजीयन किया जा चुका है। इसी प्रकार पोर्टल पर 5 हजार 246 नियोक्ताओं/रोजगार प्रदाय कर्ताओं का पंजीयन कर लिया गया है। पोर्टल के शुभारंभ के पहले ही दिन 79 मजदूरों को उनके कौशल के अनुसार काम मिलने पर मुख्यमंत्री ने खुशी जताई।
मुख्यमंत्री ने रोजगार पोर्टल के शुभारंभ के बाद विभिन्न जिलों से प्रवासी श्रमिकों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की। मुख्यमंत्री से बातचीत में गोविन्द प्रसाद चौरसिया ने बताया कि वे मुम्बई की एक कम्पनी में काम करते थे। कोरोना के कारण मध्यप्रदेश वापस आना पड़ा। अब उन्हें रोजगार पोर्टल के माध्यम से सागर की कम्पनी में 9 हजार 500 रूपये प्रतिमाह तनख्वाह पर रोजगार मिल गया है।
इसी तरह भोपाल के सतीश जो महाराष्ट्र में एक फाईव स्टार होटल में काम करते थे। अब इन्हें आज्ञा इंटरप्राइजेस भोपाल में कार्य मिल गया है। सुनील ककोडिया महाराष्ट्र से आए हैं, इन्हें दिलीप बिल्डकॉम भोपाल में कार्य मिल गया है। वहीं ऋषि नगर इंदौर के शुभम यादव नासिक महाराष्ट्र में काम करते थे अब इन्हें आशा कन्फेशनरी इंदौर में काम मिला है।
ऑनलाइन रोजगार मेला - मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि रोजगार सेतु पोर्टल ऑनलाइन रोजगार मेला है। पोर्टल पर एक ओर जहाँ सभी मजदूर पंजीकृत हैं, वहीं दूसरी ओर विभिन्न नियोक्ता पंजीकृत हैं। नियोक्ता अपनी आवश्यकता के अनुसार मजदूरों का चयन कर सकते हैं। पोर्टल के माध्यम से ही मजदूर को नियुक्ति पत्र मिल जाता है।