भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या एक हजार के करीब पहुंच गई है। शनिवार सुबह 45 नए पॉजिटिव केस सामने आने के बाद जिले में मरीजों की संख्या 984 हो गई है। राजधानी भोपाल में पिछले 10 दिनों में करीब 400 नए पॉजिटिव मामलों ये बताते हैं कि जिले में कोरना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है।
प्रदेश में कोरोना के सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना राजधानी के जहांगीराबाद में अब तक ढाई सौ से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके है। इस तरह जिले के 25 फीसदी मामले सिर्फ हॉटस्पॉट जहांगीराबाद से है। इस क्षेत्र में रह रहे करीब 12 हजार परिवारों के 50 हजार से अधिक लोगों पर संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।
लगातार मरीजों के मिलने के बाद अब इस इलाके में कम्युनिटी स्प्रेड का भी खतरा बढ़ रहा है। पिछले दिनों दिल्ली से आई डॉक्टरों की टीम ने भी कम्युनिटी ट्रांसमिशन को लेकर यहां पर तैनात मेडिकल स्टॉफ, डॉक्टरों और अफसरों से चर्चा की थी।
संक्रमण तोड़ने के लिए शिफ्टिंग फॉर्मूला – संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए और लोगों को संक्रमित होने से बचाने के लिए लोगों की यहां से शिफ्टिंग की जा रही है। अब तक इस इलाके से करीब 3 हजार लोगों की शिफ्टिंग की जा चुकी है। लोगों की शिफ्टिंग के लिए आसपास के होटल, लॉज,स्कूल, शादी हाउस का उपयोग किया जा रहा है।
जहांगीराबाद इलाके में रहने वाले पुलिसकर्मियों के लिए तो बकायदा शिफ्टिंग को लेकर आदेश भी जारी हुए है। पुलिस कल्याण विभाग के मुखिया एडीजी विजय कटारिया ने जहांगीराबाद स्थित कंटेनमेंट एरिया में निजी निवास या किराए के मकानों में रह रहे पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को तत्काल दूसरे स्थानों पर शिफ्ट कराए जाने के संबंध में मुख्यालय संबंधित सभी विभागों को पत्र जारी किया है।
हालात इस कदर बिगड़ रहे हैं कि इलाके की हर गली संक्रमण की चपेट में आज चुकी है। इसके साथ जिला प्रशासन ने तय किया है कि इलाके में रहने वाले नगर निगम कर्मचारियों और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यटी भी इसी इलाके में लगाई जाए जिससे संक्रमण के बाहर फैलने का खतरा न हो सके।
संक्रमण की चेन तोड़ने में जुटा प्रशासन – कोरोना के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए अब जहांगीराबाद में पल्सी ऑक्सीमीटर के माध्यम से फर्स्ट कांटेक्ट और संदिग्धों की जांच की जा रही है। विशेषकर सर्दी, खासी, बुखार के मरीज जो संदिग्ध हैं और फर्स्ट कॉन्टेक्ट वाले लोग है। इसके लिए 100 से अधिक पल्सी ऑक्सीमीटर संबंधित स्क्रीनिंग करने वाले कार्यकर्ताओं को उपलब्ध कराए गए है।
पल्स ऑक्सीमीटर pso2 यदि 75 से नीचे आ रहा है उनको आइसोलेशन में रखा जाएगा और उनकी सेम्पलिंग की जाएगी। इसके साथ ही होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक विभाग भी लगातार आयुर्वेदिक काढ़ा और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाएं क्षेत्र में बांट रहा है।
जिला कलेक्टर तरुथ पिथौड़े ने लोगों से घर में नहीं निकलने और घर में भी रहने के दौरान मॉस्क लगाने और हर आधे घंटे पर हाथ धोने की अपील की है। इस इलाके में अब त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी गई है और ड्रोन के जरिए निगरानी रखी जा रही है।