प्रमुख बिंदु
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श्रीनगर में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक
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लोगों से एसओपी का पालन करने की अपील
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कई इलाके रेड जोन में
जम्मू। क्या श्रीनगर में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। बढ़ते मामले और रेड जोनों की बढ़ती संख्या इसके प्रति शंका पैदा कर रही है। अधिकारी कहते थे कि अगर मामलों की बढ़ती रफ्तार नहीं थमी और लोगों ने कोविड मानकों का पालन नहीं किया तो पूरे जिले में लाकडाउन लगाना पड़ सकता है।
श्रीनगर जिले में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि को देखते हुए अधिकारियों ने 8 और क्षेत्रों को माइक्रो-कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। जिला अधिकारियों ने कहा कि ये क्षेत्र श्रीनगर शहर के बटमालू, जदीबल, एसआर गंज और खानयार के चिकित्सा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं।
श्रीनगर के डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि श्रीनगर में लोग कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए जारी एसओपी का पालन नहीं कर रहे हैं। लोगों की यह लापरवाही कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकती है। उन्होंने लोगों से एक बार फिर अपील की कि वे जारी एसओपी का पालन करें नहीं तो उनके पास सख्ती करने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं रह जाएगा।
श्रीनगर लाल चौक के दौरे पर निकलते डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद एजाज असद ने बाजार में खरीददारी कर रहे लोगों को देखने के बाद कहा कि लोग कोरोना महामारी को लेकर अभी भी गंभीर नहीं दिख रहे हैं। हर दिन प्रदेश में सामने आ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों में 60 प्रतिशत मरीज श्रीनगर जिले से ही सामने आ रहे हैं। इन मामलों में वृद्धि के पीछे कोविड दिशा-निर्देशों का पालन न करना ही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात देखते हुए यह स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर जिला संभावित कोविड की तीसरी लहर का कारण बन सकता है।
श्रीनगर में पिछले 1 हफ्ते में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है जिसके बाद प्रशासन को शहर के कुछ इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित करना पड़ा है। असद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुल सक्रिय कोविड-19 पॉजिटिव मामलों में से लगभग आधे केवल श्रीनगर जिले से आए हैं। श्रीनगर के अलावा अन्य 19 जिलों के मामले या तो सिंगल अंकों में हैं या शून्य में हैं।