तिरुवनंतपुरम, केरल में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 23 हजार 676 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 148 लोगों की मौत हो गई। आंकड़ों के मुताबिक 15 हजार 626 लोग ठीक होकर अपने घर को लौटे हैं। राज्य की गंभीर स्थिति में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 11.87% और एक्टिव केस 1,73,221 हो गए हैं।
केरल में सबसे ज्यादा डराने वाली बात ये है कि यहां पॉजिटिविटी रेट 11.87 फीसदी हो गई है। जबकि पिछले नए केस और कोरोना से ठीक होने वालों की तादाद में अंतर बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को सिर्फ 15,626 लोग कोरोना से ठीक हुए, जबकि 148 लोगों की मौत हुई है।
केंद्र ने भी राज्य में कोरोना के मामलों को रोकने के लिए कई निर्देश दिए हैं। कुछ विशेषज्ञ तो इसे केरल में कोरोना की तीसरी लहर के संकेत भी बता रहे हैं।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए और कड़े कदम उठाए जाएंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए केरल के डॉक्टर्स और विशेषज्ञों का कहना है कि देश में रोजाना आ रहे मामलों में से करीब 50 फीसदी मामले केरल में दर्ज किए जा रहे हैं। यहां संक्रमित हो सकने वाले लोगों की बड़ी संख्या है और सरकार को कोविड की नई लहरों से निपटने के लिए कोई लंबे समय तक काम करने वाली रणनीति बनानी चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि अन्य राज्यों के सफल मॉडल्स पर भी काम करना चाहिए।
केरल सरकार के पूर्व महामारी विशेषज्ञ डॉ. ए सुकुमारन ने कहा कि ऐसे किसी भी तरह के वायरल इंफेक्शन की कई लहरें आती हैं, केरल में भी ऐसी कई लहरें आएंगी जहां मामले कम होने से पहले ही और तेजी से बढ़ने लगेंगे। उन्होंने कहा कि स्पेनिश फ्लू के दौरान भी मामले चार लहरें आने के बाद कम हुए थे।