प्रधानमंत्री ने शासन करने का नैतिक अधिकार खोया, लोगों के साथ खड़े नहीं हुए : कपिल सिब्बल

Prime minister
Webdunia
शुक्रवार, 18 जून 2021 (22:59 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी की दूसरी लहर के दौरान लोगों के साथ खड़े नहीं होकर शासन करने का अपना नैतिक अधिकार नि:संदेह खो चुके हैं।

उन्होंने साथ ही प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि महामारी के दौरान वे चुनावों में स्वयं को श्रेष्ठ साबित करने का खेल खेलते रहे। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री पर तीखा हमला बोला और कहा कि विश्वसनीय राजनीतिक विकल्प के अभाव का यह मतलब नहीं है कि प्रधानमंत्री को यह सोचकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करना छोड़ देना चाहिए कि उनका राजनीतिक भविष्य सुरक्षित है।

सिब्बल ने सरकार पर भी कोविड रोधी टीकाकरण की कारगर रणनीति बनाने में विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि यह अपराधिक लापरवाही है तथा सरकार की प्राथमिकताएं ‘गलत हैं और उसमें गंभीरता की कमी’ है।
उनके मुताबिक, टूलकिट मुद्दा कुछ नहीं, बल्कि सरकार की नाकामियों से ध्यान भटकाने के लिए ‘जालसाजी’ का प्रयास है।

उन्होंने दावा किया, महामारी के दौरान जब लोग चिकित्सीय मदद के लिए अस्पतालों के बाहर कतारों में थे तो उस समय प्रधानमंत्री को लोगों का साथ देना चाहिए था, लेकिन वह पश्चिम बंगाल, असम और कुछ अन्य राज्यों में 
विधानसभा चुनाव के दौरान स्वयं को राजनीतिक रूप से श्रेष्ठ साबित करने की होड़ में लगे थे। वह शासन करने का अधिकार नि:संदेह खो चुके हैं।
ALSO READ: भारतीय नहीं जा पाएंगे हज, Coronavirus के कारण UAE ने लगाया प्रतिबंध
उन्होंने यह भी कहा, कोई विश्वसनीय विकल्प हो भी सकता है, नहीं भी हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि प्रधानमंत्री को यह मानकर अपनी जिम्मेदारियां निभाना छोड़ देना चाहिए कि उनका राजनीतिक भविष्य सुरक्षित है।
ALSO READ: आ गया Coronavirus को 'खत्म' करने वाला मास्क, जानिए इसकी खूबियां
सिब्बल ने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि मौजूदा समय में मजबूत राजनीतिक विकल्प के संदर्भ में निश्चित तौर पर एक शून्यता है और इसी कारण उन्होंने अपनी पार्टी में सुधारों का सुझाव दिया ताकि देश के पास एक मजबूत और विश्वसनीय विपक्ष हो।
ALSO READ: बड़ी खबर, चमगादड़ों में मिले Coronavirus के नए तरह के नमूने!
कांग्रेस में व्यापक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल रहे सिब्बल ने कहा कि जब पूरी दुनिया इस महामारी से निपटने में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही थी तो प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु और केरल में चुनावी सभाओं को संबोधित करने में लगे थे। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने अपनी ही सरकार द्वारा तय कोविड प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन किया, जिससे देश की बदनामी हुई।(भाषा)
Show comments

जरूर पढ़ें

सोनम के भाई गोविंद के गले लगकर फूट पड़ी राजा रघुवंशी की मां उमा

सबूत देख फूट-फूटकर रोई Sonam Raghuvanshi, शिलांग SIT के सामने कबूला- हां, मैं ही...

जहां दिखें, वहीं मार दो, 51 करोड़ के इनामी अलकायदा आतंकी ने डोनाल्ड ट्रंप को दी धमकी

शादी, हनीमून, हत्या और प्यार के जुनून में लिपटी सोनम रघुवंशी की हेट स्टोरी, पढ़िये 360 डिग्री कहानी

IRCTC का नया तत्काल टिकट रूल, अब यात्रियों को एक दिन पहले मिलेगा कन्फर्म टिकट का अपडेट

सभी देखें

नवीनतम

बढ़ता ही जा रहा सोनम रघुवंशी की लव लाइफ का सस्पेंस, राज भाई है तो तीसरा किरदार कौन?

Weather Update: अनेक राज्यों में लू का प्रकोप, कुछ राज्यों में वर्षा की संभावना, जानें देशभर का मौसम

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का मास्‍टरमाइंड जीशान अख्तर गिरफ्तार

दिल्ली में 5 महीने में 134 अवैध बांग्लादेशी हुए गिरफ्तार

हेलीकॉप्टर सेवा में यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा : पुष्कर सिंह धामी

अगला लेख