नई दिल्ली। घरेलू विमान सेवा शुरू होने के करीब दो महीने बाद भी यात्रियों को संक्रमण का डर सता रहा है। हालांकि अधिकतर यात्री हवाई अड्डों और विमान के अंदर किए जा रहे एहतियाती इंतजाम से खुश हैं तथा हवाई यात्रा को परिवहन का सबसे सुरक्षित माध्यम मानते हैं।
देश की दो विमान सेवा कंपनियों विस्तारा और इंडिगो के अलग-अलग सर्वेक्षणों में यह बात सामने आई है। इंडिगो के सर्वेक्षण में कहा गया है कि दूसरे यात्रियों द्वारा समुचित दूरी नहीं रखने की चिंता 62 प्रतिशत, राज्यों द्वारा क्वारंटाइन के नियमों की चिंता 55 प्रतिशत और कई यात्रियों के बीच बैठने की चिंता 55 प्रतिशत यात्रियों के दिमाग में है।
विस्तारा के सर्वेक्षण में 46 प्रतिशत यात्रियों ने विमान के अंदर संक्रमण का डर जाहिर किया है। चेक-इन और सुरक्षा जांच के दौरान संक्रमण का डर 24 प्रतिशत और विमान में सवार होते समय तथा विमान से उतरते समय संक्रमण का डर 11 प्रतिशत यात्रियों के मन में है।
इंडिगो ने बताया कि इसके बावजूद 68 प्रतिशत यात्रियों ने हवाई सफर को परिवहन का सबसे सुरक्षित साधन माना है। आठ प्रतिशत ने रेल सफर को और 24 प्रतिशत ने सड़क मार्ग से अपने वाहन में यात्रा को सबसे सुरक्षित बताया। 62 प्रतिशत ने कहा है कि वे निकट भविष्य में फिर हवाई यात्रा करेंगे। वहीं, 38 प्रतिशत यात्री अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होने का भी इंतजार कर रहे हैं।
विस्तारा के सर्वे में भी 65 प्रतिशत यात्रियों ने कहा कि वे अगले छह महीने में हवाई यात्रा की सोच रहे हैं। पांच फीसदी ने कहा है कि वे अब अगले साल ही हवाई यात्रा की सोचेंगे जबकि अन्य 24 प्रतिशत ने कहा है कि वे स्थिति सामान्य होने का इंतजार करेंगे।