इंदौर। Indore Coronavirus Update : लॉकडाउन और कर्फ्यू जैसी सख्ती में भी कोरोना मरीजों की तादाद नित नए रिकॉर्ड बना रही है। कोरोना की दूसरी लहर का असर मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी पर दिखाई दे रहा है। सोमवार को कोरोना के 1552 नए रिकॉर्ड मामले सामने आए। अप्रैल के 11 दिनों में शहर में संक्रमण की दर 15 प्रतिशत के आसपास रही है यानी औसतन हर छठा सैंपल संक्रमित मिल रहा है।
एक तरफ जहां संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ इंदौर जिला चिकित्सा संसाधनों की कमी से जूझ रहा है, जबकि प्रमुख अस्पतालों के लगभग सभी बिस्तर मरीजों से भर चुके हैं। अस्पतालों से भयावह मंजर सामने आ रहे हैं।
शहर के प्रमुख अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों को एक अदद बिस्तर मिलने में खासी परेशानी हो रही है। कर्फ्यू में भी लोग मान नहीं रहे हैं। कर्फ्यू में मिली छूट में बाजारों और दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है और कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इंदौर के अस्पतालों पर स्थानीय मरीजों के अलावा राज्य के अन्य जिलों से आने वाले संक्रमितों का भी बड़ा दबाव है। महामारी के इलाज की अव्यवस्थाओं को लेकर लोगों में सरकार और प्रशासन के खिलाफ गुस्सा भी नजर आ रहा है।
देर रात जारी कोरोना बुलेटिन में जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि सोमवार को कुल 8553 सैंपलों की जांच की गई।
इनमें करीब 1552 सैंपल पॉजिटिव पाए गए। जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 80986 हो चुकी है, जबकि 71591 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। जिले में अब तक कोरोना से 1011 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि 8364 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है।