इंदौर। अनलॉक होने के बाद से शहर में कोरोना महामारी ने तेजी से पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। कॉलोनियों के साथ ही सघन बस्तियों में कोरोना तेजी से फैल रहा है। राजनीतिक दबाव के कारण शहर को खोल दिया गया जिसका परिणाम संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के रूप में सामने आ रहा है। शनिवार को 173 नए मरीज सामने आए, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 8516 हो गई है। कोरोना से अब तक 333 लोगों की मौत हो चुकी है।
अनलॉक हुए शहर में सैम्पलिंग और टेस्टिंग बढ़ने के साथ पॉजिटिव केस भी तेजी से बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को संक्रमण का ग्रोथ रेट बढ़कर 8 प्रतिशत से ज्यादा हो गया था। संक्रमित मामलों का इस तरह बढ़ना शहर के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं, यह खतरे की घंटी है।
शनिवार देर रात मेडिकल बुलेटिन के अनुसार 48 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं। अब तक स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या 5899 हो गई है। अभी 2284 मरीजों का इलाज चल रहा है। पिछले तीन से 100 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
डराने वाली बात यह है कि पूरे परिवार के परिवार पॉजिटिव निकल रहे हैं। पिछले तीन दिनों में 487 नए मामले सामने आ चुके हैं। देर रात जारी बुलेटिन के मुताबिक अब तक 1 लाख 54 हजार 565 सैंपल की जांच की जा चुकी है।
त्योहारों को लेकर सख्त निर्देश : आगामी त्योहारों को देखते हुए राज्य सरकार ने सख्त निर्देश हैं कि धार्मिक आयोजनों और त्योहारों का आयोजन सार्वजनिक स्थलों पर न हो। इसी के मद्देनजर कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिए हैं कि शहर में कोई धार्मिक कार्य और त्योहार का आयोजन सार्वजनिक स्थलों पर नहीं किया जाएगा। न ही कोई धार्मिक जुलूस या रैली निकाली जाएगी।
सार्वजनिक स्थानों पर किसी प्रकार की मूर्ति झांकी एवं ताजिये आदि स्थापित नहीं किए जाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि सभी से अपेक्षा है कि वे घरों में ही पूजा-उपासना करें। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का आयोजन राज्य शासन के निर्देशों के अनुसार ही होगा।
बिना लक्षणों पर 10 दिन में छुट्टी : बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों को लगातार तीन दिन बुखार नहीं आने, सांस लेने में परेशानी नहीं होने और ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होने पर 10 दिन में छुट्टी मिल सकेगी। साथ ही उनका दोबारा कोविड-19 का सैंपल भी नहीं लिया जाएगा। कोरोना मरीजों को डिस्चार्ज करने को लेकर भारत सरकार ने अस्पतालों के लिए नई डिस्चार्ज पॉलिसी तय की है।
कलेक्टर मनीष सिंह ने सरकार की नीति को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए। नई नीति के अनुसार गंभीर लक्षण वाले ऐसे मरीज जिन्हें एचआईवी, कैंसर, किडनी, दिल आदि की गंभीर बीमारी भी है, उन्हें अस्पताल से तभी छुट्टी मिलेगी जब उनकी दोबारा कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आएगी।