1965 में से 400 पॉजिटिव केस निजामुद्दीन मरकज से जुड़े, 9000 लोगों को किया गया क्वारंटाइन

Webdunia
गुरुवार, 2 अप्रैल 2020 (17:51 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों की लगातार पहचान की जा रही है। गृह मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फेंस में बताया कि देशभर में मिले 1965 पॉजिटिव केस में से 400 निजामुद्दीन मरकज से जुड़े हुए हैं। सरकार ने 9000 तब्लीगी जमात कार्यकर्ताओं और उनके संपर्कों की पहचान की है और उन्हें क्वारंटाइन में रखा है।
 
9000 में से 1306 विदेशी : गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्वतव प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि सरकार ने 9000 तब्लीगी जमात कार्यकर्ताओं और उनके संपर्कों की पहचान की है और उन्हें क्वारंटाइन में रखा है। इन 9000 लोगों में से 1306 विदेशी हैं और बाकी भारतीय हैं।
गृह मंत्रालय ने बताया कि दिल्ली में लगभग 2,000 तब्लीगी जमात के सदस्यों में से 1,804 को क्वारंटाइन किया गया है और 334 तब्लीगियों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देशभर में मिले 1965 पॉजिटिव केस में से 400 निजामुद्दीन मरकज से जुड़े हुए हैं। 
राज्यों से मिले इतने केस : स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने एक तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के कोरोना संक्रमण का आंकड़ा पेश करते हुए बताया कि तमिलनाडु से 173, राजस्थान से 11, अंडमान निकोबार से 9, दिल्ली से 47, तेलंगाना से 33, आंध्र प्रदेश से 67, असम से 16, जम्मू-कश्मीर से 22 और पुदुचेरी से दो पॉजिटिव केस मिले हैं।
 
महाराष्ट्र में 1300 लोगों का पता चला : महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि दिल्ली में तब्लीगी जमात के आयोजन में महाराष्ट्र के 1400 से अधिक लोग शामिल हुए थे। इसमें से अब तक लगभग 1300 का पता लगाया जा चुका है और जल्द ही उनके कोरोना के सेंपल लिए जाएंगे।
 
टोपे ने कहा कि हम यहां राज्य के सभी प्रवासियों लोगों की जिम्मेदारी ले रहे हैं। हम उन्हें भोजन और चिकित्सा सुविधाओं सहित सभी सुविधाएं प्रदान करेंगे।

खुद आगे आएं लोग : तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना मोहम्मद साद के वकील ने कहा कि तबलीगी जमात (दिल्ली) का दौरा करने वाले लोगों को आगे आना चाहिए और अपने बारे में अधिकारियों को बताना चाहिए। जिम्मेदार नागरिक के तौर पर प्रशासन की मदद करना और उनके आदेश का पालन करना हमारा कर्तव्य है। 
(Photo courtesy : Facebook)

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