हम जीतेंगे- Positivity Unlimited व्याख्यानमाला में गुरुओं की समझाइश- घबराइए मत, बीमारी आई है तो जाएगी भी

Webdunia
मंगलवार, 11 मई 2021 (21:34 IST)
नई दिल्ली। 'हम जीतेंगे- पॉजिटिविटी अनलिमिटेड', यह 5 दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला आज मंगलवार को सद्गुरु जग्गी वासुदेवजी और पूज्य जैन मुनिश्री प्रमाणसागरजी के उद्बोधन से आरंभ हुई। उन्होंने भारतीय समाज से आह्वान किया कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए समाज के सभी सदस्य मजबूत संकल्प लें व घबराहट, डर, हताशा और क्रोध से बचें। दोनों आध्यात्मिक गुरुओं ने विश्वास व्यक्त किया कि भारतीय समाज में वर्तमान चुनौती सहित किसी भी चुनौती का सामना कर उस पर विजय प्राप्त करने की क्षमता है।

ALSO READ: इस कोरोना संकट काल में जीवन कैसा जिएं
 
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि वर्तमान समय में सबसे महत्वपूर्ण है- सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखना। सद्‍गुरु ने कहा कि घबराहट, हताशा, भय, क्रोध- इनमें से कोई भी चीज हमारी मदद करने वाली नहीं है। यह एक-दूसरे पर उंगली उठाने का समय नहीं है। यह एकसाथ मिलकर खड़े होने का समय है- एक राष्ट्र के रूप में ही नहीं, बल्कि पूरे मानव समाज के रूप में।

ALSO READ: कोरोना: हम क्या जानते हैं वायरस के भारतीय स्वरूप के बारे में
 
उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि हम जो भी काम कर रहे हैं, उन्हें करना जारी रखें। सारी गतिविधियां एकदम बंद करने से राष्ट्र या दुनिया को इस चुनौती का समाधान नहीं मिलेगा, क्योंकि इससे हम पर और ज्यादा प्रतिकूल असर पड़ेगा। इसीलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम क्या काम कर रहे हैं। बिना लोगों के नजदीक जाए व संक्रमित हुए किस प्रकार हम अपने काम को जारी रखते हैं, यह करना हमारा मूलभूत दायित्व है।

ALSO READ: कपालभाति योग कितना कारगर है कोरोना काल में, कैसे कर सकते हैं इसे
उन्होंने कहा कि यह समय बहुत गहरे जाकर अपनी सांस्कृतिक जड़ों की ओर लौटने का है, जो मानव के भीतर जाकर उसके स्वस्थ होने पर बल देती हैं। कम से कम भारत को यह उदाहरण विश्व के सामने स्थापित करना चाहिए। चाहे हमारे जीवन में कुछ भी हो जाए, हम शांत रहेंगे। कैसी भी परिस्थिति हो जाए, हम उससे पार पाने में सफल होंगे। हमें विश्व के सामने इसे स्थापित करने की आवश्यकता है। कई संदर्भों में विश्व इस समय भारत की ओर आशाभरी निगाहों से देख रहा है।

ALSO READ: कोरोना : जानिए 'ऑक्सीजन संकट' से निपटने में कैसे काम आएगी नई 2-DG दवा?

 
अपने उद्बोधन में पूज्य जैन मुनिश्री प्रमाण सागरजी ने कहा कि निश्चित ये बहुत त्रासदीपूर्ण काल है। लेकिन ऐसे समय में एक संदेश मैं लोगों को देना चाहता हूं। सबसे पहले उन लोगों को जो आज इस महामारी के शिकार हुए हैं, जो आज अपनी चिकित्सा ले रहे हैं, जो अस्पतालों में हैं, मैं उन सबसे कहना चाहता हूं कि मन को मजबूत बनाओ, घबराइए मत। बीमारी आई है तो ये जाएगी भी। ये बीमारी आई है तो इसका मतलब ये नहीं कि बीमारी आई है तो मौत ही आ गई। मन को अच्छा रखिए। यदि आपका मन मजबूत होगा तो आप इस बीमारी को चुटकियों में हरा सकते हैं।
 
उन्होंने कहा कि अपने भीतर आध्यात्मिक दृष्टि रखें कि ये बीमारी तन को है, मन को नहीं। तन की बीमारी के सौ इलाज हैं, मन की बीमारी का कोई इलाज नहीं। इसलिए मैं सबसे कहना चाहता हूं, इस तन की बीमारी को मन पर हावी मत होने दें। उन्होंने कहा कि मन जिसका मजबूत होता है, उसका कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता। मैं मानता हूं कि अमर कोई नहीं है, लेकिन हमें बेमौत नहीं मरना। लोगों को थोड़ा सा कोविड पॉजिटिव आता है तो लोगों के मन में खौफ आ जाता है कि अब तो गए और पेशेंट के साथ-साथ उनके परिजन भी अधीर हो जाते हैं, वो भी बहुत घबरा जाते हैं और इसी घबराहट में मामला बिगड़ जाता है।
 
उन्होंने कहा कि पेशेंट के साथ उनके परिजन को भी थोड़ा धैर्य रखना चाहिए। ठीक है, बीमारी आई है, चली जाएगी। आप हिसाब लगा लीजिए, हमारे यहां इतने सारे लोग संक्रमित हो रहे हैं, पर ज्यादातर तो लोग ठीक होकर ही जा रहे हैं। मृत्यु की दर तो लगभग डेढ़ प्रतिशत ही है ना। ठीक है, ये दूसरी लहर थोड़ा भयानक है, इसलिए सावधानी पूरी रखिए, सतर्कता रखिए।
 
यह व्याख्यान श्रृंखला कोविड रिस्पांस टीम (CRT) द्वारा आयोजित की गई है जिसमें धार्मिक, आध्यात्मिक, व्यावसायिक, परोपकारी और सामाजिक संगठनों सहित समाज के सभी वर्गों व क्षेत्रों के प्रतिनिधि जुड़े हुए हैं। इस श्रृंखला का आयोजन भारतीय समाज के सामने आई कोविड-19 की चुनौती के संदर्भ में सकारात्मक वातावरण बनाने के उद्देश्य से किया रहा है।


 
इस श्रृंखला के अंतर्गत 11 से 15 मई तक प्रतिदिन 4.30 बजे 100 से अधिक मीडिया प्लेटफॉर्मों पर विभिन्न गणमान्य लोगों के उद्बोधन प्रसारित किए जा रहे हैं। 12 मई को आध्यात्मिक गुरु और द आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर, प्रसिद्ध समाजसेवी अजीम प्रेमजी और जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री निवेदिता भिड़ेजी, विवेकानंद केंद्र, कन्याकुमारी, इस व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत समाज को संबोधित करेंगे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

मोहन भागवत के बयान पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी, बोले- RSS और मुसलमान समंदर के 2 किनारे हैं जो...

Operation Sindoor से Pakistan में कैसे मची थी तबाही, सामने आया नया वीडियो

लश्कर का खूंखार आतंकी सैफुल्लाह खालिद पाकिस्तान में ढेर, भारत में हुए 3 बड़े आतंकी हमलों में था शामिल

दरवाजे पर बारात और दुल्हन ने दुनिया को कहा अलविदा, झोलाछाप डॉक्टर के कारण मातम में बदली खुशियां

हिमाचल में साइबर हैकरों ने की 11.55 करोड़ की ठगी, सहकारी बैंक के सर्वर को हैक कर निकाले रुपए

सभी देखें

नवीनतम

ISI एजेंट से अंतरंग संबंध, पाकिस्तान में पार्टी, क्या हवाला में भी शामिल थी गद्दार Jyoti Malhotra, लैपटॉप और मोबाइल से चौंकाने वाले खुलासे

विवादित टिप्पणी को लेकर चिराग पासवान का बड़ा बयान, बोले- मंत्री विजय शाह अगर मेरी पार्टी में होते तो उन्हें...

Mahindra XEV 9e और BYD Atto की अटकी सांसें, 3 जून को होगी लॉन्च हो रही है Tata Harrier EV

गुजरात के मंत्री बच्चूभाई का एक और बेटा गिरफ्तार, 71 करोड़ के मनरेगा घोटाले में पुलिस का एक्शन

साल 2024 में 12000 करोड़ रुपए का यातायात जुर्माना, 9000 करोड़ का नहीं हुआ भुगतान, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

अगला लेख