प्रार्थना में बड़ी ताकत होती है। ...और जब स्थितियां अपने बस में नहीं हों तो सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्रार्थना ही एकमात्र सहारा होती है। कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामले में स्थितियां कुछ ऐसी ही हैं। अभी तक इस वायरस का कोई रामबाण इलाज नहीं है, सिर्फ बचाव ही इसका उपचार है। इस Corona काल में मां अहिल्या की नगरी इंदौर से इस महामारी से पीड़ित लोगों के लिए ऑनलाइन वैश्विक और सर्वधर्म प्रार्थना हो रही है।
इस वैश्विक प्रार्थना के संयोजक और सूत्रधार हैं डिवाइन एस्ट्रो हीलिंग के प्रमुख कृष्णा गुरुजी। वेबदुनिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि 25 मार्च से यह प्रार्थना लगातार जारी है और लॉकडाउन रहने तक आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जूम प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश और दुनिया के कई लोग इस प्रार्थना में नियमित रूप से शामिल होते हैं और लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
कृष्णा गुरुजी ने बताया कि यह वैश्विक प्रार्थना धर्म, जाति, लिंग और वर्ग से परे है। इसमें सभी लोग शामिल होते हैं। प्रार्थना के साथ ही लोग अपने विचार भी साझा करते हैं। प्रतिदिन रात 8.30 होने वाली यह सामूहिक प्रार्थना निशुल्क है। उन्होंने बताया कि किसी भी बीमारी को ठीक होने के लिए दवा के साथ दुआ की जरूरत भी होती है। दवा का काम डॉक्टर कर रहे हैं और हम सब मिलकर इनके स्वास्थ्य की कामना के लिए दुआ कर रहे हैं।
इसी प्रार्थना की वैचारिक श्रृंखला में शामिल होते हुए दुबई में रह रहीं पाकिस्तान की नौशीन ने कहा कि कुरान में भी गीता, बाइबल और अन्य धर्मग्रंथों की तरह दिव्य संदेश हैं। कुरान की एक आयत को उद्धृत करते हुए नौशीन ने कहा कि पवित्र कुरान में कहीं नहीं लिखा कि आप हिन्दू, सिख, ईसाई या अन्य किसी व्यक्ति के लिए प्रार्थना नहीं करें। दरअसल, सभी धर्मों में मानवता ही सर्वोपरि होती है।
ईसाई धर्मगुरु बिशप स्वामी चाको ने प्रार्थना में शामिल होते हुए कहा कि पूरी दुनिया के लिए यह मुश्किल समय है। पूरी दुनिया के लोग परेशान है। डॉक्टर, सरकार सब अच्छा कर रहे हैं। हम सब असहाय हैं मगर जो हमारे बस में नहीं है, वह ईश्वर ही कर सकता है, भले ही हम उसे अलग-अलग नामों से पुकारते हैं। वह हमारी प्रार्थना सुनता है।
लंदन के डॉ. दिवाकर नकुल ने कहा हमारे इलाज में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मुख्य रोल अदा करती है। शरीर एक ऐसी मशीन है जो स्वयं किसी भी वायरस को मारने में सक्षम है बशर्ते हमारी प्रतिरोधक क्षमता अधिक हो। इसी तरह टोरंटो से नियमित रूप से प्रार्थना में शामिल हो रहे बलजिंदर सिंह ने कहा कि गुरुवाणी का संदेश मानव सेवा है। हर इंसान की भूख एक जैसी होती है। गुरुद्वारों में लंगर सभी के लिए खुले रहते हैं।
जैन समुदाय इंदौर के प्रदीप कासलीवाल ने कहा हमारे सभी तीर्थंकरों ने इन विषम परिस्थितियों में इच्छाओं का त्याग, मानव कल्याण और अहिंसा का संदेश दिया है । दिल्ली के कपिल बागड़िया ने बताया कि हनुमान चालीसा भी सर्वधर्म का संदेश देता है।
अंतरराष्ट्रीय ज्योतिषी जर्मनी के बाबा जीत ने बताया कि ज्योतिष के माध्यम से भौगोलिक घटनाओं का भी पता चलता है। उन्होंने बताया कि इस वायरस का कारक राहु है। हरियाणा के पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने सामूहिक प्रार्थना की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अच्छा प्रयास है। इंदौर के डॉ. आरके वाजपेयी ने आयुर्वेद की चर्चा की और प्राणायाम का महत्व बताया। उन्होंने इम्युनिटी बढ़ाने के नुस्खे भी बताए।
कालभैरव की लाइव आरती : सेशन के दौरान 28 जनवरी की सामूहिक प्रार्थना में मुख्य पुजारी राजेश चतुर्वेदी के सौजन्य से उज्जैन स्थित कालभैरव की लाइव आरती दिखाई। साथ ही पंडित अखिलेश दीक्षित के सौजन्य से औंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करवाए गए। सेशन में 70 से ज्यादा लोगों ने भागीदारी की।
उल्लेखनीय है कि कृष्णा गुरुजी शासकीय सेवा में कार्यरत हैं और लोगों को अध्यात्म से जोड़ने का काम करते हैं। वे प्राणायाम का प्रशिक्षण भी देते हैं और इसके लिए किसी भी प्रकार शुल्क, दक्षिणा आदि नहीं लेते हैं। कृष्णा गुरुजी कहते हैं कि मेरा यह कार्य मानव सेवा को समर्पित है।