देश में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या 1000 के पार, कई राज्यों में बढ़ी पाबंदियां

Webdunia
शुक्रवार, 31 दिसंबर 2021 (00:26 IST)
नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या गुरुवार को 1,000 से अधिक हो गई। इसे देखते हुए राज्यों ने कोविड पाबंदियां और सख्त कर दी हैं। केन्द्र और राज्यों से रात को मिले ताजा आंकड़ों के अनुसार देश में ओमिक्रॉन से संक्रमण के करीब 1,200 मामले आए हैं। नए साल के जश्न को देखते हुए कई राज्यों में पाबंदियों को बढ़ा दिया गया है। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन से पहली मौत की भी खबर है। 
 
महाराष्ट्र में 198 मरीज : महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में ओमिक्रॉन से संक्रमण के 198 मामले आए हैं, जिनमें से 190 मामले मुंबई से आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस के नये स्वरूप से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 450 हो गई है। मुंबई में 31 दिसंबर के लिए सिनेमाघरों में लगी पाबंदी लगा दी गई हैं। रात 8 के बाद कोई शो नहीं होगा। 
ALSO READ: बच्चों के लिए कोवैक्सीन : ट्रायल में 2-18 साल के बच्चों में मजबूत सुरक्षा और इम्यूनिटी दिखी
आर वैल्यू बढ़ी : सरकार ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 के प्रसार का संकेत देने वाली आर नॉट वैल्यू (रिप्रोडक्शन वैल्यू) देश में 1.22 है और यह चेतावनी है कि मामले बढ़ रहे हैं कम नहीं हो रहे। सरकार ने कहा कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक और गुजरात साप्ताहिक कोविड-19 मामलों और सकारात्मकता दर के आधार पर चिंता बढ़ाने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में उभर रहे हैं। 
ALSO READ: दिल्ली मेट्रो : नए नियम जारी, स्टेशनों के बाहर दिखीं लंबी कतारें
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा कि बीते कुछ दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं कुछ राज्यों में इसमें बढ़त की प्रवृत्ति दिख रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक और गुजरात साप्ताहिक कोविड-19 मामलों और सकारात्मकता दर के आधार पर चिंता बढ़ाने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में उभर रहे हैं।
ALSO READ: Delhi में corona ब्लास्ट, मई के बाद सबसे बड़ा उछाल, maharashtra में 5,368 केस
मध्यप्रदेश में 72 मामले : मध्यप्रदेश में गुरुवार को कोरोनावायरस के 72 नए मामले सामने आए जिससे राज्य में अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 7,93,888 हो गई। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी।
 
अधिकारी ने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में किसी व्यक्ति की संक्रमण से मौत नहीं हुई है। अधिकारी ने बताया कि राज्य में मृतक संख्या 10,533 है। उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में केवल 360 मरीज उपचाराधीन हैं।
ALSO READ: Omicron के खतरे को देखते हुए ममता सरकार अलर्ट, UK से कोलकाता आने वाली सभी उड़ानों पर 3 जनवरी से रोक
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 19 व्यक्ति संक्रमणमुक्त हुए। उन्होंने कहा कि इसी के साथ कुल 7,93,888 संक्रमितों में से अब तक 7,82,995 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अधिकारी ने बताया कि राज्य में गुरुवार को लोगों को कोरोनावायरस रोधी टीके की 1,59,814 खुराक दी गई और इसी के साथ राज्य में अब तक 10,22,72,199 खुराक दी जा चुकी है।
 
बिहार में बढ़े मामले : बिहार में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमण के 132 नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार में गुरुवार  को उपचाराधीन रोगियों की संख्या बढकर 333 हो गई है। एक महीने पहले प्रदेश में कोरोनावायरस के मामले 35 के आसपास थे और अब इसमें लगभग 10 गुना वृद्धि हुई है। राज्य में कुल मिलाकर 12096 लोग इस घातक वायरस से अपनी जान गंवा चुके हैं। पिछले 24 घंटों में इस रोग के कारण किसी की मौत होने की सूचना नहीं है। प्रदेश में अब तक 7,76,738 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं वहीं राज्य में अब तक कोविड रोधी टीकों की 9.93 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।
ALSO READ: कोरोना के हॉटस्पॉट बने इंदौर में सतर्कता बढ़ाने के सीएम शिवराज ने दिए निर्देश
कितनों को लगी वैक्सीन : सरकार ने कहा कि भारत की 90 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोरोना वायरस रोधी टीके की पहली खुराक दी गई है और 63.5 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो गया है। टीके की एहतियाती खुराक मुख्य रूप से संक्रमण की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु की आशंका को कम करने के लिए है।
ALSO READ: Corona की 'सुनामी' ला रहे हैं Delta और Omicron वैरिएंट, बोले WHO के चीफ
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि कोविड-19 रोधी टीकाकरण के बाद प्रतिरक्षा का स्थायित्व नौ महीने या उससे अधिक समय तक बना रहता है और टीके की एक एहतियाती (तीसरी) खुराक जो स्वास्थ्य देखभाल, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों और अन्य बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष से ऊपर के नागरिकों को दी जाएगी, संक्रमण की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु की आशंका को कम करने के लिए है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में STF को बड़ी कामयाबी, शूटर शिवकुमार बहराइच से गिरफ्तार, 4 अन्य भी पकड़े गए

कौन है आतंकी अर्श डल्ला, जिसे कनाडा पुलिस ने किया गिरफ्तार

Maharashtra Election : 500 में सिलेंडर, महिलाओं को 3000 और जातीय जनगणना का वादा, महाराष्ट्र के लिए MVA का घोषणा पत्र

योगी ने अखिलेश के PDA का भी कर दिया नामकरण, प्रोडक्शन हाउस ऑफ दंगाई एंड अपराधी

मल्लिकार्जुन खरगे ने PM मोदी पर साधा निशाना, लाल किताब को लेकर दिया यह बयान...

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: ट्रंप की जीत से भारत चिंतित नहीं, मोदी के व्यक्तिगत संबंध : जयशंकर

इंदौर में सनसनीखेज वारदात, कॉलोनाइजर से लूटा 25 लाख का माल

राहुल गांधी का चुनाव सभा में वादा, वायनाड को बनाएंगे वैश्विक पर्यटन केंद्र

चुनाव के नतीजे बताओ, एक करोड़ पाओ, इंदौर के प्रोफेसर ने किया ऐलान, लेकिन ये है शर्त

झारखंड रोहिंग्याओं की धर्मशाला बना, लव जिहाद से बेटियां खतरे में

अगला लेख
More