नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए प्राधिकारियों द्वारा नई पाबंदियां लगाए जाने के बाद दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों के बाहर बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन यात्रियों की लंबी-लंबी कतारें देखी गईं।
इस बीच, नववर्ष की पूर्व संध्या पर यात्रियों के जमावड़े की आशंका के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों ने उस दिन, रात नौ बजे के बाद राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से यात्रियों की निकासी बंद करने का निर्णय लिया है।
प्रत्येक वर्ष लोग नववर्ष मनाने के लिए दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में बड़ी संख्या में जमा होते हैं और राजीव चौक मेट्रो स्टेशन कनॉट प्लेस से सटा है। हालांकि दिल्ली में कोविड पाबंदियों और रात 11 बजे से रात्रि कर्फ्यू प्रभावी होने के चलते इस बार जमावड़ा कम लगने की उम्मीद है।
डीएमआरसी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा, नए साल की पूर्व संध्या पर भीड़भाड़ को कम करने के लिए, राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर रात नौ बजे से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि स्टेशन पर अंतिम ट्रेन के प्रस्थान तक यात्रियों के प्रवेश की अनुमति होगी। यात्रियों से अनुरोध किया जाता है कि वे अपनी यात्रा की योजना इसी हिसाब से बनाएं।
बुधवार को लक्ष्मी नगर, अक्षरधाम सहित अन्य स्टेशनों के बाहर यात्रियों की लंबी कतारें देखी गईं थीं। कई लोगों ने स्टेशनों के बाहर की ऐसी कतारों की तस्वीरें फेसबुक और ट्विटर पर साझा कीं।
इस बीच, लोगों के एक समूह ने एमबी रोड को जाम कर दिया और बस में चढ़ने की अनुमति नहीं देने पर डीटीसी की कुछ बसों को क्षतिग्रस्त कर दिया। कोविड पर काबू के लिए लगाई गई पाबंदियों के तहत बसों में यात्रियों की संख्या भी सीमित कर दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और पांच लोगों को हिरासत में लिया गया। सूत्रों ने कहा कि कार्यालय खुले हैं और कई लोग हर दिन निजी कार या परिवहन के अन्य साधनों का खर्च नहीं उठा सकते हैं, ऐसे में वे सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के लिए बाध्य हैं।
डीएमआरसी ने शाम में जारी एक बयान में कहा कि पाबंदियों के कारण आठ डिब्बों वाली ट्रेन की क्षमता 2,400 से घटकर 200 हो गई है। आठ डिब्बों वाली मेट्रो ट्रेन में करीब 2400 यात्री सवार हो सकते हैं। प्रत्येक कोच में लगभग 50 बैठने वाले यात्री और 250 खड़े यात्री होते हैं। इसमें कहा गया है कि वर्तमान पाबंदी के कारण, प्रत्येक कोच में अब केवल 25 यात्रियों को ही समायोजित किया जा सकता है। इसलिए आठ-कोच वाली ट्रेन अब लगभग 200 यात्रियों को ही समायोजित कर सकती है।
डीएमआरसी ने कहा कि यह ट्रेन की सामान्य क्षमता के 10 फीसदी से भी कम है। डीएमआरसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, इसलिए केवल अति आवश्यक होने पर ही यात्रा करें। मेट्रो में यात्रा के लिए अतिरिक्त समय लेकर चलें...।
दिल्ली में ओमिक्रॉन के सबसे अधिक 263 मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में 252, गुजरात में 97, राजस्थान में 69, केरल में 65 और तेलंगाना में 62 मामले सामने आए हैं।(भाषा)