नई दिल्ली। राजधानी में कोरोनावायरस की रफ्तार तो कम हुई, लेकिन ब्लैक फंगस ने चिंताओं को बढ़ा दिया है। दिल्ली में ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
दिल्ली में 600 से ज्यादा मामले ब्लैक फंगस के रिकॉर्ड किए जा चुके हैं। इन सभी मरीजों का इलाज दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। देश में भी ब्लैक फंगस के मरीज लगातार सामने आ रहे हैं।
मीडिया खबरों के मुताबिक देशभर में 9,000 से ज्यादा ब्लैक फंगस के मामले अब तक रिकॉर्ड किए जा चुके हैं। दिल्ली सरकार ने हाईकोर्ट को जानकारी दी है कि आने वाले महीनों में मामलों के 1,000 पार करने की आशंका है।
कोरोना संक्रमण दर 1.53 फीसदी : राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 1072 नए मामलों की पुष्टि हुई है और 117 और मरीजों की मौत हो गई है। राजधानी में पॉजिटिविटी दर 1.53 फीसदी पर आ गयी है।
राहत की बात यह रही की नए संक्रमित मामलों की तुलना में यहां स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक रही। यहां पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के सक्रिय मामलों में 3725 की कमी आई, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या 16378 तक पहुंच गई। दिल्ली में पॉजिटिविटी दर 1.53 फीसदी है, जबकि कोरोना मृत्यु दर 1.67 फीसदी है।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरुवार शाम जारी बुलेटिन के अनुसार इस अवधि में 1072 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 14,22,549 तक पहुंच गई है जबकि 4251 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 13,82,359 हो गई।
इस दौरान 117 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 23,812 पर पहुंच गया। राष्ट्रीय राजधानी में मृत्यु दर महज 1.67 प्रतिशत हो गई है। मृतकों के मामले में देशभर में दिल्ली तीसरे स्थान पर है।
यहां पर पिछले 24 घंटों के दौरान 70,068 नमूनों का परीक्षण किया गया जिसमें से 49,348 आरटीपीसीआर/सीबीएनंंटी/ट्रूनेट और 20720 का रैपिड एंटिजन टेस्ट हुआ। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राजधानी के अस्पतालों में 25084 कोविड बेड, समर्पित कोविड केयर सेंटर में 6332, समर्पित कोविड हेल्थ केयर सेंटरों में 606 बेड उपलब्ध है।
स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक इस अवधि में 34,327 लाभार्थियों को कोविड-19 का टीका लगाया गया जिसमें से 30,886 को पहला टीका और 3441 को दूसरी खुराक लगाई गई। दिल्ली सरकार ने एक मई से 18 वर्ष से 44 वर्ष तक के युवाओं के लिए कोरोना टीका लगाने की शुरुआत की थी लेकिन टीकों की कमी के मद्देनजर 22 मई से युवाओं का टीकाकरण रोक दिया गया। इस बीच राजधानी में केंटोनमेंट जोन की संख्या घटकर 39,640 पहुंच गई है।