देश में एक ओर जहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से कम हो रहे हैं, तो दूसरी ओर कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट चिंता बढ़ा रहा है। इस जानलेवा वैरिएंट के मामलों में अब बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सरकारी सूत्रों के अनुसार कोरोना का यह खतरनाक वैरिएंट अब चार राज्यों में फैल चुका है। इन राज्यों में अब तक इसके कुल 40 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। ये राज्य हैं - तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश। सूत्रों का कहना है कि यह वैरिएंट लगातार चिंता का विषय बना हुआ है।
इससे पहले मंगलवार को सरकार ने जानकारी दी थी कि भारत में कोरोना वायरस के 'डेल्टा प्लस' स्वरूप के 22 मामलों का पता चला है। इनमें से 16 मामले महाराष्ट्र के थे। अन्य मामले मध्य प्रदेश और केरल में सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा था कि भारत उन दस देशों में से एक है, जहां अब तक डेल्टा प्लस स्वरूप मिला है। उन्होंने कहा कि 80 देशों में डेल्टा प्लस का पता चला है।
इसे लेकर सबसे डराने वाली बात यह है कि यह डेल्टा प्लस वैरिएंट वैक्सीन और इम्युनिटी को चकमा दे सकता है। महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर सबसे ज्यादा चिंता जाहिर की जा रही है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया था ये वैरिएंट राज्य में लहर का कारण बन सकता है। राज्य में एक्टिव केस की संख्या 8 लाख तक पहुंच सकती है। इनमें से दस प्रतिशत बच्चे हो सकते हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स चिंता जता चुके हैं कि कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वैरिएंट भारत में तीसरी् लहर का कारण बन सकता है और संभव है कि ये वैरिएंट इंसानी इम्यून सिस्टम को भी चकमा दे दे। भारत में अभी तक इस वैरिएंट की मौजूदगी कम है। हालांकि ये साफतौर पर नहीं खा जा सकता है कि वर्तमान की कम संख्या कब बदल जाएगी।