Data Story : 6 राज्यों में ही लगी 6 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन, बाकी का बुरा हाल, 10 दिन में हजारों वैक्सीनेशन सेंटर बंद
, शनिवार, 8 मई 2021 (13:30 IST)
नई दिल्ली। भारत में 18 साल से 44 साल तक के लोगों के लिए वैक्सीनेशन का काम 1 मई से ही शुरू हो चुका है। वैक्सीनेशन के अभाव में कई राज्यों में बुरा हाल है। करोड़ों युवाओं ने वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करा लिया है मगर अभी भी उन्हें शे्डयूल नहीं मिल पाया है।
45 साल से ऊपर के लोग भी कोरोना वैक्सीन की तलाश में भटक रहे हैं। वैक्सीन की कमी के चलते 10 दिनों में हजारों वैक्सीनेशन सेंटर बंद कर दिए गए हैं।
इन राज्यों में सबसे ज्यादा टीकाकरण : टीकाकरण के मामले में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल सबसे आगे चल रहे हैं। इन 6 राज्यों में 1-1 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में 18 साल से ऊपर के 6 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। जबकि शेष भारत में लगभग 8 लाख लोगों को ही वैक्सीन लगी है।
8 दिन में मात्र 14.78 लाख लोगों को वैक्सीन : शुक्रवार को देश के 30 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों में 18-44 साल आयु वर्ग के 2 लाख 96 हजार 289 लोगों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक दी गई। इस आयु वर्ग के 14 लाख 78 हजार 865 लोगों को अब तक टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है।
क्या है 45 साल से ऊपर के लोगों के वैक्सीनेशन का हाल : वैक्सीन के अभाव में 1 मई से देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार बेहद सुस्त हो गई है। टीकाकरण केंद्रों पर भी भीड़ बढ़ती जा रही है। हालांकि 45 साल से ऊपर के लोगों को दूसरा डोज लगाने का काम जारी है पर निजी केंद्रों को वैक्सीन नहीं मिलने से इस अभियान पर भी बुरा असर पड़ा है।
अब तक 45 से 60 साल की आयु के 5,46,94,917 लोग पहली जबकि 58,29,433 लोग दूसरी खुराक ले चुके हैं। साठ वर्ष से अधिक आयु के 5,34,89,421 लोगों को पहली जबकि 1,42,42,947 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है।
अब तक लगी 16.71 करोड़ से अधिक खुराक : मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक कोरोना टीकों की कुल 16,71,64,452 खुराक दी जा चुकी हैं। इनमें 95,19,788 स्वास्थ्यकर्मियों को पहली जबकि 64,28,032 स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। वहीं, अग्रिम मोर्चे पर तैनात 1,38,49,396 कर्मचारी टीके की पहली खुराक ले चुके हैं जबकि 76,31,653 कर्मचारियों को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं।
अगला लेख