पटना। बिहार की राजधानी पटना में 2 साल से 18 साल की उम्र के बच्चों पर कोवैक्सीन की ट्रायल शुरू हो गई। सबसे पहले 3 बच्चों कोवैक्सीन की डोज दी गई। बच्चों पर वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखा।
पटना एम्स के कोविड प्रभारी डॉक्टर संजीव कुमार ने बुधवार को कहा कि 12 से 18 वर्ष के उम्र के बच्चों पर यह परीक्षण 1 जून यानी मंगलवार से शुरू हो गया। ट्रायल के पहले दिन तीन बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई। ये तीनों 12 से 18 साल की आयु के हैं।
उल्लेखनीय है कि ट्रायल्स के लिए 28 मई से रजिस्ट्रेशन शुरू हुए थे। इसके लिए 108 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराए। इनमें से 15 बच्चों का क्लिनिकल ट्राय किया गया और 3 बच्चों ट्रायल के लिए चुना गया।
वैक्सीन ट्रायल तीन चरणों में होगी। पहले चरण में 80 बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा जबकि तीसरे चरण में 550 बच्चों का लक्ष्य रखा गया है। ट्रायल में आनेवाले सभी बच्चों की आरटीपीसीआर और एंटीबॉडी जांच की जाएगी।
उन बच्चों को इस प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा, जो कोरोना संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं। वैक्सीन ट्रायल में शामिल होने वाले बच्चों को 700 रुपए प्रोत्साहन राशि और प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
भारत में ऐसा पहली बार है जब बच्चों पर कोविड-19 के टीके का टेस्ट गया है। क्लीनिकल ट्रायल्स में दो कोविड -19 वैक्सीन शॉट शामिल हैं जिन्हें 0 और 28 दिन पर लगाया जाएगा।