इंदौर। इंदौर जिले में लॉकडाउन के दौरान रमजान (Ramadan) को लेकर धर्म स्थलों के संबंध में केन्द्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन कराया जाएगा। धर्म स्थलों में एक ही व्यक्ति धार्मिक कार्यों के लिए अंदर रह पाएंगे। जिले में उक्त दिशा-निर्देशों तथा लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। शहर काजी डॉ. इशरत अली ने अपील की है कि लोग घरों में ही रहकर नमाज अदा करें।
यह जानकारी आज यहां कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह द्वारा ली गई रमजान माह के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं संबंधी बैठक में दी गई। बैठक में डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र, शहर काजी डॉ. इशरत अली सहित अन्य मुस्लिम तथा बोहरा समाज के प्रतिनिधि मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटना हम सबका दायित्व है। कोरोना महामारी के नियंत्रण में सुधार दिखाई दे रहा है। यह एक बड़ी चुनौती है और थोड़ी-सी लापरवाही या चूक बड़ी परेशानी का कारण हो सकती है, इसलिए सबको संयम रखना होगा। शासन के निर्देशों का पालन करने की जरूरत है। सभी लोग दिशा-निर्देशों तथा लॉकडाउन का पालन करें।
उन्होंने कहा कि हर निर्णय व्यापक जनहित में लिए जा रहे हैं। जान है तो जहान है, हर व्यक्ति के जीवन की सुरक्षा होना चाहिए। व्यापक स्तर पर सावधानी बरती जाए। धर्म स्थलों के संबंध में केन्द्र शासन के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन हो। धर्म स्थल में धार्मिक कार्य के लिए एक व्यक्ति ही रह सकता है।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि जिस तरह स्वच्छता में जागरूकता के कारण नम्बर वन रहे, उसी तरह कोरोना को समाप्त करने में भी व्यापक जागरूकता लाई जाए, इसके लिए समाज के प्रबुद्ध तथा प्रभावी व्यक्ति आगे आकर सहयोग करें। उन्होंने कहा कि राशन, किराना, दूध, दवाइयां आदि की सुलभ आपूर्ति के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने कहा कि कोरोना महामारी मानव जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी है। जिन जगहों पर सावधानी रखी गई और लॉकडाउन किया गया, वहां नियंत्रण देखने को मिल रहा है। लॉकडाउन का पालन करना अत्यंत जरूरी है और सभी संयम रखें।
इंदौर में भी लॉकडाउन का पालन करें। स्थिति नियंत्रित हो रही है। ऐसे समय में बाहार निकलेंगे तो अपने साथ ही दूसरे के जीवन के लिए भी खतरा होगा। स्थिति को समझे और उसके अनुसार कार्य करें। चुनौती बड़ी है सब मिलकर इस चुनौती का सामना करें एवं कोरोना को समाप्त करने में मददगार बनें।
शहर काजी डॉ. इशरत अली ने अपील की है कि कोरोना महामारी से निपटने में शासन-प्रशासन के प्रयासों में सहभागी बनें। लॉकडाउन का पालन करें। घरों में ही नमाज अदा की जाए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी से अपील की गई है। बैठक में मुस्लिम तथा बोहरा समाज के धर्मालम्बियों ने विभिन्न सुझाव दिए। कलेक्टर ने कहा कि शहर की स्थिति के अनुरूप व्यापक जनहित में उचित निर्णय लिया जाएगा।
300 सामान्य और 40 आईसीयू बेड के साथ एमटीएच अस्पताल शुरू : कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए इंदौर का जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग लगातार चिकित्सीय सुविधा जुटाने में लगा हुआ है। इसी तारतम्य में एमटीएच हॉस्पिटल को भी करोना संक्रमित मरीजों के लिए शुरू किया गया है।
जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे और जिनकी स्थिति सामान्य है, उनके लिए होटल प्रेसिडेंट और वाटर लिली गार्डन में उपचार की व्यवस्था की गई है, जिसे कोविड केयर सेंटर कहा गया है। अपर आयुक्त कृष्ण चैतन्य ने बताया कि संदिग्ध लोगों की जांच भी जल्द से जल्द करवाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि रिपोर्ट भी जल्दी प्राप्त हो सके, इसके लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज और डॉक्टर से लगातार संपर्क में है।
चैतन्य ने बताया कि उपचार के लिए परेशान मरीजों के कॉल सेंटर पर प्रतिदिन 100 से अधिक फोन कॉल आते थे। स्थिति में सुधार के बाद अब यह संख्या घटकर 40-50 रह गई है। हर मरीज को सुलभ उपचार के प्रयास किए जा रहे है।