बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने को लेकर सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बीच एक बुजुर्ग को अनिवार्य मास्क के बिना सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करने से रोकने का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें दिखाया गया है कि किस तरह पुलिस बुजुर्ग व्यक्ति को शौचालय इस्तेमाल करने से रोकने के बाद पृथक करने के लिए वैन में जाने का आदेश दे रही है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो चीन के उत्तरी हुबेई प्रांत का है।
कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम को लेकर चीन की सरकार द्वारा उठाए जा रहे इन कदमों को लेकर सोशल मीडिया पर लोग गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। पिछले साल दिसंबर से फैले वायरस के प्रसार की रोकथाम में लापरवाही बरतने के आरोपों के बीच सरकार ने 'काफी कड़े कदम' उठाए हैं।
बीजिंग की 29 वर्षीय झांग ने कहा, 'मेरे मामले में उन्होंने एकतरफा और अशिष्ट तरीके से बर्ताव किया।' झांग के साथ फ्लैट में रहने वाली युवती जब एक अन्य प्रांत से लौटी तो झांग को भी पृथक कर दिया गया और सार्वजनिक प्रांगण में उसे कदम रखने तक से प्रतिबंधित कर दिया गया।
झांग ने बताया कि वह नियमों का पालन कर रही है, यह सुनिश्चित करने के लिए उनके दरवाजे पर नोटिस चस्पा कर दिया गया कि ‘‘यह व्यक्ति पृथक किया गया है और इस पर नजर रखें।’’ उन्होंने कहा कि यह ‘अपमानजनक’ है।
ऐसे ही एक अन्य मामले में बीजिंग के पास रहने वाले 29 वर्षीय जी डाये को स्थानीय अधिकारियों द्वारा केवल इसलिए पृथक रखने का आदेश दिया गया क्योंकि उसका जन्म सर्वाधिक प्रभावित हुबेई प्रांत में हुआ था। उन्होंने कहा कि मैं छह महीने से वहां नहीं गया था। अधिकारियों ने भी माना कि इस तरह के उपाय सही नहीं है लेकिन आदेश तो आदेश है।’
हाल ही में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र 'पीपुल्स डेली' में छपे सपांदकीय में आगाह किया गया था कि वायरस की रोकथाम को लेकर ‘मनमाना कार्यान्वयन’ जनता में आक्रोश को भड़का सकता है। चीन में कोरोना वायरस से 80 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं जबकि तीन हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इस वायरस का सबसे ज्यादा प्रकोप हुबेई प्रांत में देखने को मिला है।