भारतीय उपकरण से इटली में हो रही Corona मरीजों की पहचान

Webdunia
गुरुवार, 16 अप्रैल 2020 (16:06 IST)
नई दिल्ली। इटली के रोम में एक विश्वविद्यालय, मुंबई के जैव प्रौद्योगिकी के 3 छात्रों और एक प्रोफेसर द्वारा तैयार एक उपकरण का परीक्षण कर रहा है। छात्रों और प्रोफेसर का दावा है कि इस उपकरण के जरिये स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 के रोगियों का पता लगाया जा सकता है।

रोम में स्थित तोर वेरगाटा विश्वविद्यालय इस उपकरण का परीक्षण कर रहा है। लगभग 300 लोगों पर इसका परीक्षण किया जा चुका है, जिसके 98 प्रतिशत नतीजे सटीक आए हैं।

मुंबई के डी वाई पाटिल जैव प्रौद्योगिकी एवं जैव सूचना विज्ञान संस्थान की टीम के अनुसार ऐप के जरिये काम करने वाला यह उपकरण किसी व्यक्ति की आवाज के आधार पर रोग का पता लगाता है। इसे तैयार करने वाली टीम में जैव सूचना विज्ञान की छात्रा रश्मि चक्रवर्ती, प्रियंका चौहान और प्रिया गर्ग शामिल हैं।

इस परियोजना की निगरानी करने वाले प्रोफेसर संतोष बोथे ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, 'एक ओर जहां कई विदेशी विश्वविद्यालय कोविड-19 की जांच के लिये ध्वनि आधारित उपकरण तैयार करने में जुटे हैं, वहीं दूसरी ओर यह भारतीय उपकरण पूरी तरह काम कर रहा है।

फिलहाल रोम के विश्वविद्यालय में कोविड-19 के रोगियों का पता लगाने में इसका इस्तेमाल हो रहा है, जिसके 98 प्रतिशत नतीजे सटीक आए हैं। (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Project Cheetah : प्रोजेक्ट चीता अच्छा काम कर रहा, NTCA ने जारी की रिपोर्ट

No Car Day : इंदौर 22 सितंबर को मनाएगा नो कार डे, प्रशासन ने नागरिकों से की यह अपील

LLB अंतिम वर्ष के छात्र भी दे सकेंगे AIBE की परीक्षा, Supreme Court ने BCI को दिए आदेश

फारूक अब्दुल्ला का PM मोदी पर पलटवार, कहा- वे उन लोगों के साथ खड़े जिन्हें पाक से मिलता है धन

बैठक के दौरान जब CM योगी ने पूछा, कहां हैं पूर्व सांसद लल्लू सिंह?

सभी देखें

नवीनतम

इंदौर से लेकर भुवनेश्वर तक आखिर क्‍यों आर्मी जवानों के खिलाफ हो रही घटनाएं?

सूरत के पास ट्रेन को ट्रेक से उतारने की साजिश, खोलकर फेंक दी फिश प्लेट

पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा, शिखर सम्मेलन में भारत में हुए विकास से जुड़ी बातें करेंगे साझा

Supreme Court के यूट्यूब चैनल पर सेवाएं बहाल, वेबसाइट पर पोस्ट नोटिस में दी जानकारी

आतिशी आज लेंगी CM पद की शपथ, 2019 की केजरीवाल कैबिनेट से कितना अलग होगा नया मंत्रिमंडल?

अगला लेख
More