लंदन। कोरोनावायरस (Coronavirus) के ब्राजीली वेरिएंट P1 को यूके के स्ट्रेन से ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है। यही कारण है कि ब्राजील में स्थिति ज्यादा खराब है। इसे अमेजन वेरिएंट भी कहा जाता है। तुलनात्मक रूप से जनसंख्या काफी कम होने के बावजूद ब्राजील में मृतकों की संख्या भारत के मुकाबले काफी ज्यादा है।
वैज्ञानिकों ने भी नई चेतावनी जारी कर कहा है कि ब्राजील में बेकाबू हुई कोरोना महामारी इसे खत्म करने के प्रयासों के लिए पूरी दुनिया के लिए खतरा है। यह पी1 वेरिएंट ज्यादा संक्रामक है। इसे यूके के वेरिएंट से काफी ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है। यह और तेजी से फैलता है। हालांकि इसके लिए यहां की सरकार को जिम्मेदार माना जा रहा है, जहां वैक्सीनेशन की सुस्त रफ्तार ने भी इसे अधिकतर राज्यों में फैलने का मौका दिया।
ब्राजील में कोविड-19 ऑब्जर्वेटरी में काम करने वाले बायोलॉजिकल मैथमेटिशियन डॉ. रॉबर्टो ने कहा कि यह जानकारी किसी परमाणु बम की तरह है। मैं वेरिएंट्स के स्तरों के सामने आने से हैरान हूं। दरअसल, जिन वेरिएंट्स को लेकर चिंता जाहिर की गई है, वे तेजी से फैलने वाले हैं। इससे स्पष्ट है कि ये वेरिएंट्स महामारी को ज्यादा तेजी से फैलाएंगे, जो कि किसी आपदा से कम नहीं होगी।
वॉशिंगटन स्टेट में सबीन वैक्सीन इंस्टीट्यूट में एप्लाइड एपिडिमियोलॉजी के उपाध्यक्ष डॉ डेनिस गैरेट ने कहा कि यदि सभी देश मिलकर इस महामारी को काबू नहीं करते हैं तो कोई भी सुरक्षित नहीं रहेगा। चिकित्सकों ने तो ब्राजील में आने वाले सप्ताहों में 'मानवीय तबाही' की चेतावनी भी दी है। दूसरी ओर, चीनी वैक्सीन कोरोनावैक इस वायरस के खिलाफ तुलनात्मक रूप से काफी कम यानी सिर्फ 50 फीसदी असरकारक पाई गई है।
उल्लेखनीय है कि दुनिया में एक करोड़ से अधिक कोरोना मामलों की संख्या वाले 3 देशों में शामिल ब्राजील में अब तक 1 करोड़ 12 लाख 2 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 2.70 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। इस बीच, दुनिया में 11 करोड़ 87 लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और 26 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।