नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षा स्थगित करने के बाद महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश ने भी इन कक्षाओं के लिए अपने राज्य बोर्ड की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
महाराष्ट्र की स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार राज्य शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं के लिए कोई कदम उठाने के पहले 10 वीं कक्षा की परीक्षा रद्द करने के सीबीएसई के फैसले का अध्ययन करेगी और इस पर चर्चा करेगी।
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 30 अप्रैल से शुरु होने वाली अपनी हाई स्कूल (10 वीं) और हायर सेकंडरी स्कूल (12वीं) की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है।
राजस्थान सरकार ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर द्वारा आयोजित की जाने वाली 10वीं व 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य में जारी 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला लिया है।
पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों ने कहा कि वे स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और फिलहाल उन्होंने तय नहीं किया है कि बोर्ड परीक्षाएं आयोजित कराई जाएं या नहीं।
कर्नाटक ने कहा कि वह निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार परीक्षाएं आयोजित करेगा। मेघालय ने भी कहा कि वह कक्षा 12 के लिए राज्य बोर्ड परीक्षा कराने के लिए तैयार है लेकिन स्थिति की समीक्षा के बाद दसवीं की परीक्षा के बारे में निर्णय लेगा।
इससे पहले केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने दसवीं की परीक्षा रद्द करने और 12 वीं की परीक्षा स्थगित करने का ऐलान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह घोषणा की गई। यह पहला मौका है जब सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षा पूरी तरह रद्द कर दी है। इससे देशभर में 21 लाख से अधिक विद्यार्थियों पर असर पड़ेगा।
स्कूली परीक्षा के अन्य प्रमुख बोर्ड सीआईएससीई ने कहा है कि वह स्थिति की समीक्षा कर रहा है और जल्द ही फैसला लेगा। उसकी कक्षा 10 की परीक्षाएं 5 मई से शुरू होने का कार्यक्रम है जबकि 12वीं की परीक्षाएं पहले ही 8 अप्रैल से शुरू हो चुकी हैं।
पिछले साल कोविड-19 महामारी और दिल्ली के उत्तर-पूर्व इलाके में भड़के दंगों के कारण परीक्षा आंशिक रूप से रद्द की गई थीं।