इंदौर। पिछले दिनों व्यवस्था पर सवाल उठाने वाली कुछ तस्वीरों के सामने आने के बाद अब प्रशासन ने ओला कैब को एम्बुलेंस के तौर पर चलाने की योजना बनाई है। इसके लिए ओला ने प्रशासन को 50 कैब उपलब्ध करवाई हैं।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इसके लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसका नंबर 2363009 है। उन्होंने कहा कि इसकी जिम्मेदारी अपर कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला को सौंपी गई है। इस अवसर पर कैब के ड्राइवरों को प्रशिक्षण भी दिया कि उन्हें आपदा की इस घड़ी में किस तरह काम करना है।
अपर कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने बताया कि कैब को इमरजेंसी सेवा के लिए इस्तेमाल की जाएगी। इससे मरीजों और उनके परिजनों को आने-जाने में सहूलियत मिलेगी। इन कैब एम्बुलेंस का आकस्मिक सेवाओं के लिए उपयोग किया जा सकेगा। ओला कैब को ऐप के माध्यम से बुक किया जा सकेगा। अत: कोई भी इस सेवा का लाभ ले सकता है।
कलेक्टर ने बढ़ाया हौसला : इंदौर के नेहरू स्टेडियम में कलेक्टर मनीष सिंह ने ओला टैक्सी ड्राइवरों से वादा किया कि वर्तमान स्थितियों से उबरने के बाद मैं आपके साथ भोजन करूंगा। उन्होंने कहा कि पूरी सतर्कता से काम करें। मुझे खुशी है कि इस काम के लिए ओला कैब सबसे पहले आगे आया। उन्होंने कहा कि शहर में अभी लगभग 100 एंबुलेंस चल रही हैं। जो कि वर्तमान स्थितियों के हिसाब से नाकाफी हैं इसलिए आपकी मदद ली जा रही है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों क्लॉथ मार्केट इलाके में एक शख्स एंबुलेंस के लिए लगातार प्रयास करता रहा, लेकिन एम्बुलें नहीं मिली तो अपने भाई को एक्टिवा पर बैठाकर ही अस्पताल ले गया। दुर्भाग्य से मरीज ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद एंबुलेंस सेवाओं के साथ ही प्रशासन की व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे थे।