मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड वैक्सीनेशन के बाद कॉलेज, कोचिंग इंस्टीट्यूट खोले जाने के संकेत, बोले शिवराज, तीसरी लहर में लॉकडाउन की नौबत नहीं
मध्यप्रदेश में पात्र लोगों के वैक्सीनेशन के बाद खुलेंगे कॉलेज,कोचिंग इंस्टीट्यूट
भोपाल। कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए मध्यप्रदेश में सोमवार को एक दिन में रिकॉर्ड 16 लाख 41 हजार 42 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। प्रदेश में इंदौर में 2 लाख 21 हजार 659 और भोपाल 1 लाख 42 हजार 555 लोगों का वैक्सीनेशन हुआ। सोमवार को देश में हुए कुल वैक्सीनेशन 20 प्रतिशत मध्यप्रदेश में हुआ। रिकॉर्ड वैक्सीनेशन के बाद केंद्र सरकार ने प्रदेश को 5 लाख डोज अतिरिक्त देने जा रही है।
रिकॉर्ड वैक्सीनेशन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में उत्सव का माहौल रहा और सभी के सहयोग से जनभागीदारी मॉडल से वैक्सीनेशन महाअभियान सफल हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान अभी शुरु हुआ है और हमारा संकल्प है कि तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए सभी प्रदेशवासियों को टीका लगाए। अगर कोरोना की तीसरी लहर आए तो विनाशकारी न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर संपूर्ण वैक्सीनेशन हो गया है तो कॉलेज और कोचिंग इंस्टीट्यूट खोलने के साथ सिनेमाघर तक भी खोल सकते है। उन्होंने कॉलेज संचालकों और कोचिंग इंस्टीट्यूट संचालक और पढ़ने वाले स्टूडेंट वैक्सीनेशन को लेकर अभियान शुरु करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन से तीसरी लहर में लॉकडाउन की नौबत नहीं आएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण महाअभियान में 10 लाख लोगों को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा गया था।टीकाकरण महाअभियान के प्रति सभी लोगों ने वैक्सीनेशन के लिये जो जोश दिखाया, उससे प्रति घंटे वैक्सीनेशन की रिपोर्ट दोगुनी होती रही। सुबह 10 बजे तक 60 हजार, प्रात: 11 बजे तक एक लाख 75 हजार, दोपहर 12 बजे तक 3 लाख 37 हजार, दोपहर 1 बजे 5 लाख 21 हजार, दोपहर 2 बजे 7 लाख 10 हजार, दोपहर 3 बजे 8 लाख और शाम 5 बजे तक 12 लाख 12 हजार लोगों ने वैक्सीन लगवा ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के यह आंकड़े साबित कर रहे हैं कि प्रदेश की जनता कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने को तैयार हो गई है। सभी केन्द्रों पर उत्सव जैसा माहौल बनाया जाकर टीका लगवाने आये व्यक्ति का स्वागत भी किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव जीवन की सुरक्षा के लिये सभी लोग स्व-प्रेरणा से आगे आये और महाअभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। मुख्यमंत्री ने जन-प्रतिनिधियों सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रमुखों, धर्मगुरूओं, साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों और गणमान्य नागरिकों का धन्यवाद भी ज्ञापित किया, जिनके प्रयासों ने वैक्सीनेशन कार्य को गति प्रदान की।