मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल अब कोरोना हॉटस्पॉट के रूप में बदल चुकी है। कोरोना वायरस संक्रमण इस कदर फैल चुका है कि सूबे के मुखिया भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके है। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इलाज के लिए Covid-19 डेडिकेटेड चिरायु अस्पताल में भर्ती हो गए है। मुख्यमंत्री ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी हैं कि वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं और उनके अस्पताल में सभी प्रकार के टेस्ट कर लिए गए हैं, जनता का कोई काम बाधित न हो इसलिए वह अस्पताल से काम करते रहेंगे। उन्होंने लोगों से मास्क पहनने और दो गज की दूरी पर रहने के साथ सभी स्वास्थ्य निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है। वहीं शनिवार को जिले में 200 से अधिक लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसमें मेडिकल सेवा से जुड़े कई लोग भी शामिल है।
दूसरी ओप कोरोना वायरस के रिकॉर्ड केस और बढ़ते संक्रमण के बीच आज से भोपाल में 10 दिन का टोटल लॉकडाउन भी शुरु हो गया है। लॉकडाउन के दौरान किसी को घर से निकलने की इजाजत नहीं है। टोटल लॉकडाउन के दौरान पूरे शहर को सेक्टरों में बांटकर पुलिस सख्ती से लॉकडाउन का पालन कर रही है। मुख्यमंत्री के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद पुलिस ने और अधिक सख्ती दिखाना शुरु कर दी है।
10 दिन के टोटल लॉकडाउन के पहले दिन ‘वेबदुनिया’ ने शहर के कई इलाकों का जायजा लिया तो पाया कि अधिकांश स्थान पर लोग स्वेच्छा से लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं,सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ,बाजार और मोहल्लों की दुकानें भी बंद होने से भी इक्का-दुक्का लोग ही सड़कों पर निकलते हुए दिखाई दे रहे है।
शहर के प्रमुख मार्गों को पुलिस ने बैरिकेट्स लगाकर बंद कर दिया है। शहर के प्रमुख बाजार न्यू मार्केट से मुख्यमंत्री निवास की ओर जाने वाली सड़क को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही पुराने शहर में कई इलाकों को पूरी तरह सील कर दिया है। पुलिस की सख्ती इस कदर है कि शहर के बाहरी इलाकों में भी लोगों को अपने घरों से निकलने की छूट नहीं है।
प्रशासन की ओर से दूध और पेपर बांटने वालों को सुबह 9.30 बजे तक छूट दी गई थी,जिसके चलते लोगों को आज पहले दिन ज्यादा परेशानी नहीं हुई। प्रशासन ने सांची पार्लर पर किराना सामान की ब्रिकी की इजाजत तो दी है,लेकिन पुलिस वालों सांची पार्लर को भी बंद कराते नजर आए। एक सांची पार्लर संचालक ने बताया कि थाने से आए पुलिसकर्मियों ने उनसे पार्लर बंद कर बाहर रखकर दूध बेचने को कहा जबकि गर्मी के चलते बाहर दूध खराब हो जाएगा।
10 दिन के इस लॉकडाउन में प्रशासन ने न तो किराने की दुकान खोलने की अनुमति दी है और न ही किराने की होम डिलीवरी के लिए अभी किसी को अधिकृत किया है। लोग ई-कॉमर्स कंपनियों से घर पर समान मंगवा सकते है लेकिन जोमेटो,स्वीगी आदि से फूड की होम डिलीवरी नहीं की जा सकेगी।
लॉकडाउन के दौरान प्रशासन ने बैठकर सब्जी बेचने वालों पर रोक लगा दी है लेकिन जो सब्जी विक्रेता अपनी गाड़ी पर सब्जी बेचना चाहेंगे उनके जोनल अधिकारी पास जारी करेंगे।
लॉकडाउन के दौरान शहर के सभी बैंक 30 फीसदी स्टाफ के साथ खुले रहेंगे वहीं एटीएम सेवाएं, करेंसी संबंधित कार्य और रिजर्व बैंक के कार्यालय लॉकडाउन के प्रतिबंध से मुक्त होंगे। इसके साथ लॉकडाउन के दौरान प्रदेश स्तरीय सरकारी कार्यालय भी खुले रहेंगे और वहां भी तीस फीसदी कर्मचारियों के अनुमति होंगी।
10 दिन के टोटल लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के किसी दूसरे जिले से भोपाल आने और राजधानी से बाहर जाने के लिए ई-पास लना होगा। ई-पास के लिए जिला प्रशासन ने www.mapit.gov.in/covid-19 जारी किया है जिस पर ऑनलाइन आवेदन कर ई-पास प्राप्त किया जा सकेगा। ई-पास के लिए किसी अफसर के साइन की जरूरत नहीं होगी।