गोपेश्वर। उत्तराखंड के चमोली जिले में उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब की यात्रा इस साल 4 सितंबर से शुरू होगी। कोविड-19 के चलते इस बार गुरुद्वारे के कपाट तीन माह की देरी से खुल रहे हैं। हालांकि राज्य के बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों को 3 दिन पहले का कोविड-19 से संक्रमण मुक्त होने का प्रमाण-पत्र लेकर आने पर ही यात्रा की अनुमति होगी।
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने बताया कि श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 4 सिंतबर को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि चमोली जिला प्रशासन एवं गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के समन्वय से यह निर्णय लिया गया है।
सिखों के 10वें गुरू गोविंदसिंह की तपस्थली श्री हेमकुंड साहिब के कपाट हर वर्ष मई माह के आखिरी हफ्ते में खोले जाते हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते इसमें तीन माह की देरी हो गई।
जिलाधिकारी स्वाति ने बताया कि हेमकुंड साहिब की यात्रा पर उत्तराखंड के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को 72 घंटे पहले कोविड की जांच करानी होगी। इसके अलावा उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट से ई-पास लेकर ही यात्रा की इजाजत दी जाएगी और यात्रा के दौरान तथा गुरुद्वारे में शारीरिक दूरी, मास्क पहनना एवं कोविड-19 के बचाव से संबंधित अन्य सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
हेमकुंड साहिब के लिए बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोशीमठ के समीप गोविंद घाट-पुलना से लगभग 18 किमी की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। हेमकुंड मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह बिद्रा ने बताया कि गुरुद्वारे को खोलने के लिए आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। (भाषा)