नई दिल्ली। केंद्र ने मीडिया में आई उन खबरों को गुरुवार को निराधार और तथ्यात्मक रूप से गलत करार दिया, जिनमें दावा किया गया था कि सरकार ने कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान 13 हजार उपयोग में नहीं लाए गए वेंटिलेटर को रखा था और इन्हें राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को नहीं भेजा गया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, केंद्र सरकार ने स्टॉक में कोई वेंटिलेटर नहीं रखा। भेजे जाने के लिए तैयार हर खेप को राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को तत्परता के साथ भेजा गया। इसलिए खबरों में की गई टिप्पणियां तथ्यों पर आधारित नहीं हैं। इसने कहा कि खबर में पर्याप्त सूचना नहीं है और यह निराधार है।
बयान में बताया गया कि महामारी की शुरुआत में ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने वेंटिलेटर खरीद के लिए ऑर्डर दिया था। इसमें कहा गया है कि 27 मार्च और 17 अप्रैल 2020 के बीच 58,850 वेंटिलेटरों की खरीद के लिए ऑर्डर दिए गए थे।
बयान में बताया गया, ये वेंटिलेटर इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए भारत में बनाए गए थे कि दुनियाभर में वेंटिलेटर की मांग बढ़ी है इसलिए उन्हें बाहर से मंगाने की कम संभावना है और वेंटिलेटर बनाने वाले देशों ने निर्यात प्रतिबंध लगा दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अधिकार प्राप्त समूह-3 (आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित करने की खातिर) की अनुशंसाओं के आधार पर केंद्र सरकार ने इन उपकरणों की खरीद के ऑर्डर दिए थे।(भाषा)