Corona vaccine : मॉडर्ना के बाद अब इन 2 कंपनियों ने भी मांगी इमरजेंसी प्रयोग की अनुमति

Webdunia
मंगलवार, 1 दिसंबर 2020 (21:09 IST)
बर्लिन। अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी मॉडर्ना के बाद जर्मनी की दवा कंपनी बायोएनटेक (BioNTech) और उसकी साझेदार अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर (Pfizer) ने कहा है कि उन्होंने ‘यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी’ के समक्ष कोरोनावायरस के उनके टीके को मंजूरी के लिए एक आवेदन सौंपा है।
 
दोनों कंपनियों ने मंगलवार को कहा कि सोमवार को सौंपे गए आवेदन की समीक्षा प्रक्रिया को पूरा किया गया। उन्होंने इसे एजेंसी के समक्ष 6 अक्टूबर को शुरू किया था।
ALSO READ: किसान आंदोलन के लिए कहां से आ रहा है फंड?
अमेरिका की दवा कंपनी मॉडर्ना ने अमेरिकी और यूरोपीय नियामकों से कोविड-19 (covid-19)के अपने टीके का आपातकालीन उपयोग करने की अनुमति देने का अनुरोध किया है। प्रतिद्वद्वी कंपनी मॉडर्ना के इस अनुरोध के एक दिन इन कंपनियों ने यह कदम उठाया है।
ALSO READ: कमल हासन बोले- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को करनी चाहिए किसानों से बात
बायोएनटेक ने कहा है कि टीके को वर्तमान में बीएनटी162बी2 नाम दिया गया है और यदि यह मंजूर हो जाता है तो यूरोप में इसका इस्तेमाल 2020 के अंत से पहले शुरू हो सकता है। 

29 दिसंबर को बैठक : यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी ने कहा कि वह 29 दिसंबर के यह तय करने के लिए बैठक बुलाएगी कि क्या फाइजर और बायोनटेक द्वारा विकसित कोविड-19 का संभावित टीका मंजूरी देने के लिए सुरक्षित और प्रभावी है अथवा नहीं। एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि वह 12 जनवरी तक फैसला करेगी कि मॉडर्ना इंक द्वारा विकसित प्रायोगिक कोविड-19 टीके को मंजूरी दे या नहीं।
ALSO READ: भारतीय नौसेना की ताकत में हुआ इजाफा, ब्रह्मोस की एंटीशिप वर्जन का सफल परीक्षण
यूरोपीय संघ के दवा नियामक ने एक बयान में कहा कि मॉडर्ना इंक द्वारा मुहैया कराए गए प्रयोगशाला आंकड़ों के आधार पर पहले ही टीके की समीक्षा शुरू हो चुकी है और अब उस आंकड़े का आकलन कर रही है कि टीका कितने प्रभावी तरीके से रोग प्रतिरोधक क्षमता को सक्रिय करता है और यह यूरोप में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल के लिए पर्याप्त सुरक्षित है या नहीं।
 
एजेंसी ने कहा कि अगर गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभाव संबंधी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए आंकड़े पर्याप्त हुए तो 12 जनवरी को होने वाली बैठक में टीके को मंजूरी दी जा सकती है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

सपने टूटे, भविष्य पर संकट, अमेरिका से लौटे अवैध प्रवासियों की दर्दनाक कहानी

Mahakumbh 2025 : आचमन तो छोड़िए, नहाने योग्य भी नहीं संगम का पानी, CPCB की रिपोर्ट से मचा हड़कंप

EPFO बना रहा है रिजर्व फंड, जानिए एम्प्लॉइज को क्या होगा फायदा

मृत्यु कुंभ में बदला महाकुंभ, बिना पोस्टमार्टम शवों को बंगाल भेजा, ममता बनर्जी ने CM योगी पर लगाए आरोप

अयोध्या में भगदड़ मचाने की साजिश, राम मंदिर दर्शन मार्ग पर गिराया ड्रोन

सभी देखें

नवीनतम

तो क्या थी भगदड़ की वजह? RPF की जांच रिपोर्ट को रेल मंत्रालय ने बताया भ्रामक

J&K : क्या खत्म हो गया राजौरी के बड्डल के 300 से ज्यादा परिवारों के लिए दुःस्वप्न, खुल गया रहस्यमयी बीमारी का राज

LIVE: PM मोदी की ऋषि सुनक से मुलाकात, बताया भारत का सबसे अच्छा मित्र

GIS: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट‌ से पहले निवेशकों के लिए मोहन सरकार का बड़ा फैसला

ममता द्वारा महाकुंभ को मृत्युकुंभ कहे जाने पर एमपी सीएम यादव ने साधा निशाना

अगला लेख
More