नाक से दी जाने वाली वैक्सीन के थर्ड फेज ट्रायल के लिए Bharat Biotech ने मांगी इजाजत, Booster डोज का होगा विकल्प

Webdunia
सोमवार, 20 दिसंबर 2021 (21:41 IST)
नई दिल्ली/हैदराबाद। भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने भारत के औषधि नियामक से नाक के जरिए दिए जाने वाले कोविड-रोधी टीके के तीसरे चरण के अध्ययन के लिए इजाजत मांगी है। कंपनी ने पूर्ण टीकाकरण करा चुके लोगों को बूस्टर खुराक के तौर पर इस टीके का अध्ययन करने के लिए अनुमति मांगी है। 
 
भारत ने हैदराबाद स्थित कंपनी द्वारा विकसित किए गए नाक से दिए जाने वाले टीके ‘बीबीवी154’ के उपयोग को अब तक मंजूरी नहीं दी है। इस बीच भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने कंपनी द्वारा उत्पादित किए जा रहे ‘कोवैक्सीन’ टीके के उपयोग को निर्माण से 12 महीने की अवधि तक इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी।
 
हैदराबाद में सूत्रों ने बताया कि कंपनी ने डीसीजीआई को आवेदन दिया है और उसकी मंजूरी का इंतजार कर रही है। नाक से दिए जाने वाला यह टीका उन लोगों को दिया जाएगा जिन्होंने पहले से ही टीकों की दोनों खुराक ली हैं। 
ALSO READ: Omicron का खतरा, क्या Corona रोधी टीकों में किया जा सकता है बदलाव? AIIMS निदेशक रणदीप गुलेरिया का बड़ा बयान
दिल्ली में एक सरकारी अधिकारी ने कंपनी की ओर से आवेदन मिलने की पुष्टि की और बताया कि भारत बायोटेक ने पहले से टीका लगा चुके प्रतिभागियों को तीसरी (बूस्टर) खुराक के तौर पर 'बीबीवी154' और 'बीबीवी 152' देने के बाद सुरक्षा और प्रतिरक्षाजनकता का मूल्यांकन करने के लिए तीसरे चरण के अध्ययन के लिए अनुमति मांगी है।
ALSO READ: ऑक्सीजन से वेंटिलेटर तक... भारत में Omicron से निपटने की मोदी सरकार की क्या है तैयारी?
डीसीजीआई ने अगस्त में कंपनी को नाक से दिए जाने वाले टीके के दूसरे चरण के नैदानिक परीक्षण की इजाजत दे दी थी। डीबीटी ने बताया था कि कंपनी की रिपोर्ट के मुताबिक, नैदानिक परीक्षण के पहले चरण में स्वस्थ प्रतिभागियों को टीके की खुराकें दी गई थीं और किसी में भी गंभीर विपरीत प्रभाव नहीं दिखे थे।
 
इस बीच भारत बायोटेक ने एक विज्ञप्ति में बताया कि डीसीजीआई ने ‘कोवैक्सीन’ टीके को उसके निर्माण की अवधि से 12 महीने तक इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी।
 
कंपनी ने कहा कि टीके के उपयोग की अवधि में विस्तार करने की मंजूरी अतिरिक्त स्थिरता आंकड़ों के आधार पर दी गई है जिसे सीडीएससीओ को जमा कराया गया था। इसके बाद अस्पताल अपने स्टॉक से उन टीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं जिनकी उपयोग अवधि खत्म होने वाली है। इससे टीके की बर्बादी बचेगी।
 
फिलहाल कोवैक्सीन को 28 दिन की बहु खुराक शीशी नीति के तहत डीसीजीआई और विश्व स्वास्थ्य संगठन आपात इस्तेमाल सूची (डब्ल्यूएचओ ईयूएल) ने मंजूरी दी थी। कोवैक्सीन की शीशी खुलने पर 28 दिन तक दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान में स्थिर रहती है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

tirupati laddu पर छिड़ी सियासी जंग, पशु चर्बी के दावे पर तेदेपा-वाईएसआरसीपी आमने-सामने

Kolkata Doctor Case : जूनियर डॉक्‍टरों ने खत्‍म की हड़ताल, 41 दिन बाद लौटेंगे काम पर

कटरा चुनावी रैली में कांग्रेस-नेकां पर गरजे PM मोदी, बोले- खून बहाने के पाकिस्तानी एजेंडे को लागू करना चाहता है यह गठबंधन

Mangaluru : 2 सिर और 4 आंख वाला दुर्लभ बछड़ा पैदा हुआ, देखने के लिए उमड़ा हुजूम

वन नेशन वन इलेक्शन में दक्षिण भारत पर भारी पड़ेगा उत्तर भारत?

सभी देखें

नवीनतम

Petrol Diesel Prices: हरियाणा में हुआ पेट्रोल 25 पैसे सस्‍ता, जानें अन्य राज्यों के ताजा दाम

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज कोलकाता ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उद्योगपतियों से करेंगे चर्चा

iPhone 16: भारत में आईफोन-16 की बिक्री, सेल शुरू होते ही स्टोर के बाहर लंबी कतारें

शॉपिंग मॉल के एंट्री गेट पर की पेशाब, 26 हजार का जुर्माना

अमेरिका की ध्रुवी पटेल 'मिस इंडिया वर्ल्डवाइड' 2024 घोषित

अगला लेख
More