Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

आयुष मंत्रालय की यह हेल्‍पलाइन कोविड-19 से निपटने में करेगी आपकी मदद

हमें फॉलो करें आयुष मंत्रालय की यह हेल्‍पलाइन कोविड-19 से निपटने में करेगी आपकी मदद
, शनिवार, 22 मई 2021 (15:25 IST)
नई दिल्ली, कोविड-19 से लड़ने के लिए हर संभव तौर-तरीके अपनाए जाने पर जोर दिया जा रहा है। इसी दिशा में काम करते हुए आयुष मंत्रालय ने भी अब एक देशव्यापी हेल्पलाइन शुरू की है, जो पूरी तरह से सामुदायिक सहायता के लिए समर्पित है।

इस हेल्पलाइन के जरिये कोविड-19 की चुनौतियों के समाधान के लिये आयुष आधारित उपाय बताये जाएंगे। हेल्पलाइन के टोल-फ्री नंबर 14443 पर कॉल करके कोविड-19 से लड़ने के लिए जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यह हेल्पलाइन पूरे देश में शुरू हो गई है। हेल्पलाइन पूरे सप्ताह सुबह छह बजे से रात बारह बजे तक खुली रहेगी।

लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए आयुष की विभिन्न विधाओं, जैसे- आयुर्वेद, होम्योपैथी, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी और सिद्ध के विशेषज्ञ हेल्पलाइन पर उपलब्ध रहेंगे। ये विशेषज्ञ सिर्फ रोगी की काउंसलिंग करने के साथ-साथ उन्हें उपयोगी उपचार बताएंगे, और वे नजदीकी आयुष केंद्रों की जानकारी भी देंगे।
विशेषज्ञ कोविड-19 से उबरने वाले रोगियों को दोबारा रोजमर्रा के काम शुरू करने और अपनी देखभाल के बारे में सलाह देंगे। यह हेल्पलाइन इंटरऐक्टिव वॉइस रेस्पांस (आईवीआर) आधारित है, और हिन्दी तथा अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है। जल्द ही अन्य भाषायें भी इसमें जोड़ दी जायेंगी।

हेल्पलाइन एक बार में 100 कॉल्स ले सकती है। जरूरत को देखते हुये इसकी क्षमता बढ़ायी जा सकती है। हेल्पलाइन के जरिये आयुष मंत्रालय का प्रयास है कि देशभर में कोविड-19 के फैलाव को सीमित किया जाये। उसके इस प्रयास को गैर-सरकारी संस्था प्रोजेक्ट स्टेप-वन सहयोग कर रही है।

उल्लेखनीय है कि आयुष प्रणाली प्राचीनतम चिकित्सा प्रणाली है और आज भी लोग इसका उपयोग करते हैं। इसे स्वास्थ्य और आरोग्य के लिये इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसे अब देश में औपचारिक रूप से मान्यता प्रदान कर दी गई है। मौजूदा महामारी के दौरान इन प्रणालियों का उपयोग बढ़ा है। (इंडिया साइंस वायर)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

कोरोना काल में IMF की चेतावनी, विकासशील देशों के लिए आने वाला समय और भी बुरा