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धारावी में Corona से पहली मौत के बाद 15 लाख लोगों पर मंडराया संक्रमण का खतरा

हमें फॉलो करें धारावी में Corona से पहली मौत के बाद 15 लाख लोगों पर मंडराया संक्रमण का खतरा
, गुरुवार, 2 अप्रैल 2020 (18:08 IST)
मुंबई। मुंबई स्थित एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी में कोरोना वायरस के संक्रमण से एक 
व्यक्ति की मौत से यहां के रहने वालों में वायरस के संपर्क में आने और यहां की घनी आबादी में भी महामारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है।
 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि धारावी में जिस व्यक्ति की मौत हुई है, उसकी बिल्डिंग को सील कर दिया गया है। फिलहाल 20 हॉटस्पॉट तय किए गए हैं जिनकी संख्या लगातार बदल रही है।
 
धारावी की झोपड़पट्टी 613 एकड़ क्षेत्र में फैली है और इसमें कई लघु श्रेणी के उद्योग, चमड़े का सामान, मिट्टी के बर्तन और कपड़ा फैक्ट्रियां हैं। यहां पर 15 लाख लोग छोटे-छोटे मकानों में रहते हैं और यह शहर का सबसे घना बसा क्षेत्र है।
 
कोरोना वायरस से यहां एक व्यक्ति की मौत के बाद प्रशासन किसी भी गलती की गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहता, इसलिए सबसे पहले झोपड़ पट्टी पुनर्वसन प्राधिकरण (एसआरवी) की उस इमारत को सील कर दिया, जहां पर वह रहता था।

महानगर पालिका के अधिकारी ने बताया कि इलाके को संक्रमित स्थान के रूप में चिह्नित किया गया है। उन्होंने बताया कि जहां पर मृतक रहता था, उसके चारों ओर झोपड़पट्टी है। मृतक की धारावी में कपड़े की दुकान थी और 23 मार्च को उसमें खांसी, जुकाम और बुखार के लक्षण सामने आए थे और 26 मार्च को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सरकारी सायन अस्पताल में व्यक्ति की मौत के बाद पुलिस ने 300 मकानों और आसपास की 90 दुकानों को सील कर दिया। इनमें रहने  वाले लोगों को घर में ही पृथक कर दिया गया।
 
महानगर पालिका के अधिकारी ने बताया कि उन्होंने इलाके को सैनेटाइज करने के लिए इलाके में दवाओं का 
छिड़काव करने का फैसला किया है जबकि पुलिस ने इलाके में लोगों की आवाजाही रोक दी है।
 
उन्होंने बताया कि मृतक के संपर्क में आने वाले लोगों के हाथ पर मुहर लगाकर क्वारंटाइन कर दिया गया। उसके परिवार के सदस्यों और इमारत  में रहने वाले कुछ लोगों के लार के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।

अधिकारी ने बताया कि इमारत में रहने वाले प्रत्येक बुजुर्ग और सांस की बीमारी से जूझ रहे लोगों की जांच कराई जाएगी।  उन्होंने कहा कि जांच के नतीजे जब तक आ नहीं जाते तब तक किसी को भी इमारत से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
 
अधिकारी ने बताया कि बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) इमारत में रहने वालों को राशन और खाद्य सामग्री मुहैया कराएगी।
 
उल्लेखनीय है कि बीएमसी ने शहर के 146 स्थानों को चिह्नित किया है, जहां पर एक या एक से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज या संदिग्ध  मिले थे ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। अधिकारी के मुताबिक चिह्नित क्षेत्र में लोगों की आवाजाही को पुलिस नियंत्रित कर रही है। (भाषा)

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