Corona के खिलाफ जंग : देश में 106 दिनों के बाद एक्टिव केस 5 लाख से नीचे, रिकवरी रेट बढ़कर 92.79 प्रतिशत

Webdunia
बुधवार, 11 नवंबर 2020 (22:28 IST)
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ भारत ने अपनी सामूहिक लड़ाई में कई अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं और देश में 106 दिनों के बाद पहली बार कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्‍या गिरकर 5 लाख से नीचे आ गई है।
 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि आज कोरोना के कुल सक्रिय मामले 4,94,657 हैं और 18 जुलाई को यह संख्‍या 4,96,988 थी। देश में इस समय कोरोना के सक्रिय मामले कुल पॉजिटिव मामलों का 5.73 प्रतिशत है।

यह दर्शाता है कि देश में कोरोना के मामलों में गिरावट का दौर लगातार जारी है और विश्‍व के कई देशों में इस समय कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद यह गिरावट भारत के लिए और भी महत्‍वपूर्ण संकेत है। यह महत्‍वपूर्ण उपलब्धि केन्‍द्र सरकार की सतत और लक्षित रणनीतियों का नतीजा है जिन्हें विभिन्‍न राज्‍यों/संघ शासित प्रदेशों के साथ मिलकर प्रभावी तरीके से क्रियान्वित किया गया और इसमें चिकित्‍सकों तथा अन्‍य कोविड योद्धाओं की नि:स्‍वार्थ सेवा भी शामिल है।
 
इस समय 27 राज्‍यों और संघ शासित प्रदेशों में कोरोना के सक्रिय मामले 20,000 से कम है। केवल 8 राज्‍यों/संघ शासित प्रदेशों में कोरोना के 20,000 से अधिक मामले हैं और 2 राज्‍यों (महाराष्‍ट्र एवं केरल) में कोरोना के सक्रिय मामले 50,000 से अधिक हैं।
 
पिछले 24 घंटों में कोरोना के 44,281 नए मामले दर्ज किए गए हैं और इसी अवधि में 50,326 कोरोना मरीज ठीक हो गए हैं। यह लगातार 39वां दिन है जब कोरोना के नए मामलों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्‍या अधिक देखी गई है। इस अवधि में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्‍या में बढ़ोतरी हुई है और कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों तथा कुल सक्रिय मरीजों के बीच अंतर भी बढ़ा है।
 
कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्‍या 80 लाख को पार कर गई है और बुधवार तक तक ऐसे मरीजों की कुल संख्‍या 80,13,783 है। कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों और सक्रिय मामलों के बीच का अंतर बढ़कर 75,19,126 हो चुका है तथा देश की रिकवरी दर बढ़कर 92.79 प्रतिशत हो गई है।
 
भारत ने कोरोना जांच के क्षेत्र में एक ओर उपलब्धि हासिल की है और कोरोना की कुल जांच का आंकड़ा 12 करोड़ से अधिक हो गया है तथा पिछले 24 घंटों में देश में 11,53,294 परीक्षण किए गए हैं।
 
देश में कोरोना जांच सुविधाओं में लगातार वृद्धि से दैनिक मामलों में गिरावट का दौर संभव हो पाया है। कोरोना की अधिक से अधिक जांच के कारण संक्रमित आबादी का जल्‍द पता लगाने में मदद मिली है और इससे अन्‍य लोगों तक कोरोना वायरस का प्रसार रोका जा सका है।
 
नए दैनिक मामले लगातार 50,000 से नीचे दर्ज किए गए हैं। कोरोना से ठीक होने वाले नए मामलों में 77 प्रतिशत मामले 10 राज्‍यों और संघ शासित प्रदेशों से हैं। महाराष्‍ट्र में एक दिन में सबसे अधिक 6,718 नए मरीज ठीक हुए हैं और इसके बाद केरल में 6,698 मरीजों ने कोरोना को मात दी है।
 
दिल्‍ली में एक दिन में 6,157 मरीज ठीक हुए हैं। कोरोना के नए मामलों के 78 प्रतिशत मरीज 10 राज्‍यों/संघ शासित प्रदेशों में पाए गए हैं। दिल्‍ली में प्रतिदिन नए मामलों में सर्वाधिक 7,830 केस देखे गए हैं और इसके बाद 6,010 मामले सामने आए हैं।
 
कोरोना से होने वाली मौतों में 79 प्रतिशत योगदान 10 राज्‍यों/संघ शासित प्रदेशों का है। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना से 512 लोगों की मौत हुई है और इस समय कुल मृत्‍यु दर 1.48 प्रतिशत है जिसमें गिरावट का दौर जारी है। महाराष्‍ट्र में सबसे अधिक 110 मौतें दर्ज की गई हैं और इसके बाद दिल्‍ली में 83 तथा पश्चिम बंगाल में 53 मरीजों की मौत हुई है। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

संभल में कैसे भड़की हिंसा, DM राजेंद्र पेंसिया ने बताई पूरी सचाई

LIVE: बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु गिरफ्तार

दुष्कर्म और कई राज्‍यों में की हत्‍या, 1 दर्जन से ज्‍यादा केस दर्ज, आरोपी गुजरात से गिरफ्तार

Pakistan : इमरान के समर्थकों ने इस्लामाबाद की ओर निकाला मार्च, पीटीआई के शीर्ष नेताओं ने जेल में की मुलाकात

Maharashtra का मुख्यमंत्री चुनने में महायुति को आखिर क्यों हो रही है इतनी देरी

अगला लेख
More