मुंबई। देश में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ते जा रहे हैं। महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के आठ नए मामले सामने आए हैं। इनमें से 7 मुंबई में पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि अन्य मरीज वसई विरार के हैं। खबरों के मुताबिक किसी भी मरीज का विदेश यात्रा का इतिहास नहीं है।
8 नए मामले के साथ ही राज्य में अब नए स्ट्रेन से संक्रमित कुल 28 मरीज हो गए हैं। महाराष्ट्र में 28 मामलों में से 9 को वायरस के लिए निगेटिव परीक्षण के बाद छुट्टी दे दी गई है। खबरों के मुताबिक राहुल गांधी की रैली रद्द कर दी गई है। कांग्रेस ने खुद ही ये फैसला लिया है।
दिल्ली में ओमिक्रॉन के चार नए मामले सामने आ गए हैं, ऐसे में राजधानी में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 6 पहुंच गया है। राजस्थान में भी आज चार मरीज ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाए गए हैं, वहां भी इस नए वेरिेएंट ने सरकार को चिंता में डाल दिया है। देश के कुल आंकड़े की बात करें तो अभी तक 57 मरीज सामने आ चुके हैं।
रद्द हुई राहुल गांधी की रैली : मुंबई में 28 दिसंबर को कांगेस नेता राहुल गांधी की प्रस्तावित रैली पार्टी की स्थानीय इकाई ने कोरोनावायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से उत्पन्न खतरे को ध्यान में रखते हुए स्थगित कर दी है।
कांग्रेस की मुंबई इकाई के अध्यक्ष भाई जगताप ने संवाददाताओं से कहा कि रैली टालने का फैसला राज्य के अधिकारियों तथा नयी दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद किया गया है। उन्होंने कहा कि नया कार्यक्रम आगामी दिनों में घोषित किया जाएगा।
जगताप ने कहा कि राहुल गांधी की रैली स्थगित की गयी है, रद्द नहीं की गयी है। कोरोना वायरस और ओमीक्रोन के खतरे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के अबतक 28 मामले सामने आये हैं जिनमें 12 मुंबई में हैं।
राहुल गांधी की रैली शिवसेना की नियंत्रण वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) तथा अन्य नगर निकायों के अगले साल के चुनाव के लिहाज से राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम मानी जा रही है। जगताप ने कहा कि मुंबई में राहुल गांधी की रैली निश्चित रूप से होगी। स्थिति सुधर जाने के बाद हम फैसला करेंगे।
शिवाजी पार्क में 28 दिसंबर की इस रैली के लिए बीएमसी से मंजूरी नहीं मिलने पर जगताप उच्च न्यायालय चल गए थे और उन्होंने अदालत से महाराष्ट्र सरकार को रैली के लिए अनुमति देने का निर्देश देने का अनुरोध किया था, लेकिन उनकी याचिका पर खंडपीठ सुनवाई करती, जगताप ने बिना शर्त अपनी याचिका वापस ले ली। कांग्रेस महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना एवं राकांपा के साथ हिस्सेदार है।