नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 संक्रमण के कारण मौत के 70 प्रतिशत मामले देश के 5 राज्यों महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली और आंध्रप्रदेश के हैं। इनमें से दिल्ली और कर्नाटक ऐसे राज्य हैं, जहां साप्ताहिक आधार पर प्रतिदिन औसतन मौत के मामले बढ़े हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की आज हुई प्रेस ब्रीफिंग में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देशभर में कोरोना संक्रमण के कारण अब तक 37.39 प्रतिशत मौतें महाराष्ट्र में, 11.16 प्रतिशत तमिलनाडु में, 8.83 प्रतिशत कर्नाटक में, 6.65 प्रतिशत दिल्ली में और 6.12 प्रतिशत आंध्रप्रदेश में हुई हैं। शेष 29.85 प्रतिशत मामले देश के अन्य हिस्सों के हैं।
भूषण ने बताया कि इन पांच राज्यों में से दिल्ली ऐसा राज्य है, जहां साप्ताहिक आधार पर गत तीन सप्ताह के दौरान मौत के मामले बढ़े हैं। दिल्ली में 13 से 19 अगस्त के बीच प्रतिदिन औसतन 12 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई, जो 20 से 26 अगस्त के बीच बढ़कर यह संख्या 14 और 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच बढ़कर 18 हो गई।
कर्नाटक में गत सप्ताह मौत के औसतन मामलों में तेजी दर्ज की गई है। कर्नाटक में 13 से 19 अगस्त के बीच प्रतिदिन औसतन 114 कोरोना मरीजों की मौत हुई, 20 से 26 अगस्त के बीच यह घटकर 108 हुई लेकिन 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच यह दोबारा तेजी से बढ़कर 125 मरीज प्रतिदिन हो गई।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में 13 से 19 अगस्त के बीच प्रतिदिन औसतन 340 मौतें, 20 से 26 अगस्त के बीच 301 और 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच 301 मामले दर्ज किए गए। तमिलनाडु में 13 से 19 अगस्त के बीच यह आंकड़ा 121, 20 से 26 अगस्त के बीच 102 और 27 अगस्त के बीच 99 रहा। आंध्रप्रदेश में 13 से 19 अगस्त के बीच प्रतिदिन औसतन 88 कोरोना मरीजों की मौत हुई, 20 से 26 अगस्त के बीच यह आंकड़ा 91 रहा जबकि 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच यह घटकर 84 पर आ गया।
भूषण ने कहा कि कोरोना मरीजों की मौत के मामले दैनिक आधार पर महाराष्ट्र में साढ़े 11 प्रतिशत और आंध्रप्रदेश में साढ़े चार प्रतिशत कम हुए हैं जबकि दिल्ली में इनमें 50 प्रतिशत, तमिलनाडु में 18.2 प्रतिशत तथा कर्नाटक में 9.6 प्रतिशत की तेजी आई है।
देश में अब तक कोरोना के साढ़े चार करोड़ से अधिक टेस्ट किए जा चुके हैं और भारत इस मामले में ऐसा करने वाला दूसरा देश बन गया है। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में 11 लाख 72 हजार टेस्ट किए गए हैं, जो अपने आपमें एक रिकॉर्ड है।
राजेश भूषण ने बताया कि भारत के लिए राहत की बात यह है कि कोरोना को मात देने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 29 लाख 70 हजार के करीब हो चुकी है और 2 सितंबर को सबसे अधिक मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं जिनकी संख्या 68,584 है, जो एक रिकॉर्ड है।
उन्होंने बताया कि देश में अप्रैल माह में कोरोना जांच का आंकड़ा मात्र 10 हजार प्रतिदिन था, जो जून में बढ़कर 50 लाख हो गया था और अब तक देश में साढ़े चार करोड़ लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है। कल देश में 11,72,180 टेस्ट किए गए थे। देश में कोरेाना मरीजों के ठीक होने की दर में भी काफी इजाफा हो रहा है और मई माह में जहां यह आंकड़ा 50 हजार था, अगस्त के तीसरे हफ्ते में बढ़कर 20 लाख हो गया था।
देश में इस समय कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 8,15,538 है। भारत में प्रति दस लाख की आबादी कोरोना संक्रमण के 2,792 मामले हैं जबकि अमेरिका में यह आंकड़ा 18,900 और ब्राजील में 3,359 प्रति दस लाख आबादी है। देश में जहां प्रति दस लाख बादी 49 लोगों की कोरोना से मौत हो रही है वहीं विश्व का औसत आंकड़ा 111 प्रति दस लाख आबादी है और अन्य देशों में यह 500 से 600 प्रति दस लाख है। (वार्ता)