लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के 75 में से 40 जिलों में लॉकडाउन की स्थिति पर असंतोष व्यक्त करते हुए जिला एवं पुलिस प्रशासन को पत्र लिखे हैं।अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने संबंधित जिला प्रशासनों को लिखे पत्र में उनके क्षेत्र की कमियां गिनाते हुए लॉकडाउन का कठोरता से पालन कराने की नसीहत दी है।
पत्र में मेरठ, बागपत गाजियाबाद, हापुड़, नोएडा, बुलंदशहर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बरेली, बदायूं, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा, सम्भल, लखनऊ, लखीमपुरखीरी, सीतापुर, बाराबंकी, कानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, जालौन, प्रयागराज, वाराणसी, गाजीपुर, आजमगढ़, कुशीनगर, बस्ती, गोंडा, बहराइच और बलरामपुर की स्थिति पर असंतोष जताया है।
इन जिलों में कोरोना जैसी खतरनाक महामारी के बाद भी लॉकडाउन का ईमानदारी से पालन न करने की वजह बताई गई है जबकि कुछ में जमाती कोरोना संक्रमित की बढ़ती तादाद सरकार की चिंता का सबब बनी हुई है।
कुछ जिलों में शराब की अवैध बिक्री और लॉकडाउन का उल्लघंन करने वालों की बढ़ते मामलों को इसका जिम्मेदार ठहराया गया है। सरकार की नजर में हालांकि 35 जिले लॉकडाउन के मद्देनजर सरकार की कसौटी में खरे उतरे हैं।
गौरतलब है कि कोरोना का संक्रमण राज्य के 49 जिलों में फैल चुका है हालांकि इनमें से छह जिलों प्रयागराज, हाथरस, पीलीभीत, बरेली, महराजगंज और लखीमपुरखीरी कोरोना से मुक्ति पा चुके हैं।