बीजिंग। दुनिया के कम से कम 70 देशों को अपनी चपेट में ले चुके खतरनाक कोरोना वायरस ने ईरान की संसद की नींद उड़ा दी है क्योंकि इस देश के 23 सांसद इससे पीड़ित हो चुके हैं। दुनिया भर में 90,000 लोग इस वायरस से पीड़ित हैं और 3,100 लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन और मोरक्को में एक-एक मामले सामने आने के बाद दुनिया भर में कम से कम 70 देश इससे प्रभावित हैं।
दक्षिण कोरिया में तेजी से फैल रहे इस वायरस से निपटने के लिए एक नया कदम उठाया गया है। यह कदम है ‘ड्राइव थ्रू टेस्टिंग’ जिसके तहत वाहन में सवार रहने के दौरान ही चिकित्साकर्मी लोगों के बुखार या सांस में तकलीफ की जांच कर रहे हैं।
ईरान, यूरोप और दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच चीन से अच्छी खबर भी आ रही है क्योंकि वहां इस वायरस से हजारों लोग ठीक होकर अब अपने घर लौट रहे हैं। अमेरिका में स्कूलों और सबवे में साफ-सफाई का काम चल रहा है और टीके की खोज तेज हो गई है।
ईरान के सर्वोच्च नेता ने सेना को आदेश दिया है कि वह इस वायरस से मुकाबले में स्वास्थ्य अधिकारियों की मदद करें। इस वायरस से ईरान में अब तक 77 लोगों की मौत हो चुकी है।
ईरान में मरने वालों में खामेनी के विश्वासपात्र, वेटिकन में ईरान के पूर्व राजदूत और हाल में संसद के निर्वाचित सदस्य शामिल हैं। सरकारी मीडिया ने बताया कि बीमार लोगों में संसद के 23 सदस्य और देश की आपात सेवाओं के प्रमुख शामिल हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने मंगलवार को फ्रांस के अधिकारियों से इस वायरस से निपटने के लिए फ्रांस के अधिकारियों को मास्क के भंडारण और उत्पादन को अपने हाथ में लेने के लिए कहा है। मैक्रों ने ट्विटर पर कहा कि हम उसे स्वास्थ्य पेशेवरों और कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में वितरित करेंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेडरोस अधारोम घेब्रेयेसस ने कहा कि अब यह किसी एक क्षेत्र तक सीमित नहीं रह गया है।
दक्षिण कोरिया में सबसे अधिक मामले : दक्षिण कोरिया में मंगलवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 851 मामले सामने आए। देश में अब तक 5,186 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। वैश्विक अर्थव्यवस्था की मदद के लिये जी-7 द्वारा विशेष नए कदमों की घोषणा के बाद शेयर बाजारों को थोड़ी राहत मिली।
चीन में 80 हजार लोग संक्रमण का शिकार : चीन में मंगलवार को नए मामलों में गिरावट दर्ज की गई और सिर्फ 125 नए मामले ही सामने आए। पूरी दुनिया में चीन अब तक इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है और यहां 80,000 लोग संक्रमित हैं और पूरी दुनिया में इस वायरस से जितने लोगों की मौत हुई है, उनमें से 95 फीसदी मौत अकेले चीन में हुई है।
संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत ने कहा कि उनका देश कोरोना वायरस के ऊपर जीत हासिल करने से ज्यादा दूर नहीं है। इटली में संक्रमित लोगों की संख्या 2,036 पहुंच गई है और अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि उनके द्वारा उठाए गए कदम इस वायरस से निपटने के लिए पर्याप्त हैं या नहीं इसका पता 14 दिन के बाद ही लग पाएगा।
अमेरिका में इससे पीड़ित लोगों की संख्या 100 तक पहुंच चुकी है और अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। ये सभी मौतें वाशिंगटन राज्य में हुई है।
ओपेक ने मंगलवार को कहा कि वियना में तेल उत्पादन करने वाले देशों के बीच होने वाली दो दिवसीय बैठक की कवरेज की अनुमति मीडिया को नहीं दी जाएगी। यह बैठक कोरोना वायरस के मद्देनजर हो रही है। वियना के एक संगठन ने बयान में कहा कि लोक स्वास्थ्य को देखते हुए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की : अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने हैरान करने वाला कदम उठाते हुए मंगलवार को बेंचमार्क ब्याज दरों में 0.5 प्रतिशत की बड़ी कटौती की घोषणा की। माना जा रहा है कि कोरोना वायरस फैलने के बीच अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए फेडरल रिजर्व ने यह कदम उठाया है।
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि कोरोना वायरस से आर्थिक गतिविधियों के लिए जोखिम पैदा हो गया है। फेडरल रिजर्व ने पिछले साल के बाद पहली बार ब्याज दर में कटौती की है।