इंदौर। ऐसा लगता है कि इंदौरियों (Indore news) ने कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के साथ जीने की आदत डाल ली है। सोशल डिस्टेंसिंग का न पालने का शगल और मास्क न पहनकर निकलने में अपनी शान समझकर दुकानों और सब्जी मंडियों में निकलने वाले हूजूम का ही नतीजा है कि एक बार फिर तेजी से नए मरीज सामने आ रहे हैं। शनिवार को 194 नए मरीज मिले और 4 लोगों की जान कोरोना ने ली। शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 11 हजार को पार कर गया है।
प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया के अनुसार शहर में शनिवार को 1588 कोरोना टेस्ट की जांच रिपोर्ट मिल चुकी है, जिसमें 1380 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव जबकि 194 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब इंदौर में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 11 हजार 161 पर पहुंच गई है।
डॉ. पूर्णिमा के अनुसार शनिवार को 1563 सैंपल स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुए हैं। अभी तक 1 लाख 92 हजार 920 कोरोना सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिल चुकी है। विभिन्न अस्पतालों से 70 और मरीजों को उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया। अब तक 7656 कोरोना मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल विभिन्न अस्पतालों में 3145 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार चल रहा है।
गणेश चतुर्थी पर दिखी घोर लापरवाही : 22 अगस्त को घर-घर में गणेश जी विराजने वाले थे, जिसके कारण इंदौर की उत्सव प्रिय जनता में काफी जोश था। भले ही कोरोना के कारण सार्वजनिक स्थलों पर गणेश की मूर्ति की स्थापना नहीं किए जाने की मुनादी सरकार की तरफ से पहले ही कर दी गई थी लेकिन घर में विराजित होने वाले भगवान गणेश की मूर्ति लेने वालों के उत्साह में कमी नहीं आई। अधिकांश जगह सोशल डिस्टेंटिंग का तो मजाक बनाया ही साथ ही साथ बड़ी संख्या में लोगों ने मास्क भी नहीं पहने हुए थे।
लगातार बारिश के बाद भी बाजारों में भीड़ : शुक्रवार शाम से तेज बारिश का सिलसिला शनिवार को भी जारी है। भारी बारिश के बाद भी भगवान गणेश की मूर्ति के लिए बाजारों में बेतहाशा भीड़ देखने को मिली। चाहे राजबाड़ा हो या फिर रिवर साइड रोड़, चाहे मालवा मिल हो या पाटनीपुरा सभी जगह लोगों का हुजूम दिखाई दिया। सड़कों, ठेलों और दुकानों पर मूर्ति व फूल पत्ती बेचने वालों ने ऐसा जताया मानों शहर से कोरोना वायरस नामक महामारी काफुर हो चुकी है।