इंदौर। शहर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 8900 पर पहुंचने के बाद भी लोग संभल नहीं रहे हैं। सोमवार को फिर 176 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले जबकि 3 नई मौतों के बाद कोरोना से मौत के आगोश में जाने वालों की संख्या 336 पर पहुंच गई। जिला प्रशासन पहले से ही कहता आया है कि पूरी तरह बाजार खुलने के बाद कोरोना मरीजों की संख्या में बेतहाशा इजाफा होगा और अब वह दिखाई भी दे रहा है।
लॉकडाउन के लिए हो रही है जमीन तैयार : शहर में तमाम सावधानियों के बावजूद रोजाना बड़ी संख्या में मिल रहे मरीज आने वाले समय में शहर को एक बार फिर से लॉकडाउन लगवाने की जमीन तैयार करने में लगे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही प्रदेश के जिला कलेक्टरों से लॉकडाउन लगवाने का अधिकार छीन चुके हैं और जो भी फैसले होंगे वह भोपाल में होंगे। इंदौर में यूं भी प्रशासन पर राजनैतिक दबाव का नतीजा सभी देख भी रहे हैं और महसूस भी कर रहे हैं। आगे क्या होगा, कोई नहीं जानता...
2649 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव : सोमवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार इंदौर में 2859 टेस्ट किए गए, जिसमें से 2649 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव और 176 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कुल 2787 सैंपल प्राप्त किए गए। अब शहर के अस्पतालों में कोरोनावायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 2563 हो गई है। यदि शहर में आने वाले दिनों में 947 कोरोना पॉजिटिव मरीज और आ जाते हैं तो शहर में फिर से शिवराज सरकार लॉकडाउन लगाने का विचार कर सकती है।
स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा 6001 पर पहुंचा : इंदौर के डॉक्टर्स, नर्सेस और पैरा मैडिकल स्टाफ की दिन रात की मेहनत का ही नतीजा है कि जहां एक ओर लगातार मरीज बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी अच्छी खासी है। सोमवार को 40 मरीज डिस्चार्ज हुए। अब तक 6001 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं।
15 अगस्त तक बढ़ेंगे मरीज : जिस प्रकार से बाजार पूरी तरह खोलने के बाद सड़कों पर बेतहाशा आवाजाही उसके कारण संक्रमण तेजी से फैल रहा है। उम्मीद है कि 15 अगस्त तक मरीज काफी संख्या में बढ़ेंगे। यदि एक दिन में 250 कोरोना संक्रमित सामने आ जाए तो आश्चर्य मत करिएगा क्योंकि केवल 4 दिन में 741 मरीज आ चुके हैं। रविवार को 3600 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, लिहाजा नए मरीजों में तेजी से उछाल आएगा।
प्रशासन पर होटल खोलने का दबाव : जब से छप्पन दुकान को खोलने की अनुमति मिली है, होटल और रेस्त्रा वालों ने भी आवाज उठानी शुरू कर दी है। उनकी दलील है कि इससे हजारों लोगों का रोजगार जुड़ा है। होटल और रेस्त्रा गाइडलाइन का पालन करने को तैयार हैं। संभवत: आपदा प्रबंधन की अगली बैठक में इस बारे में कोई फैसला लिया जा सकता है।