नई दिल्ली। देश इन दिनों कोरोना महामारी की जंग लड़ रहा है। कोरोना काल में ही मोदी सरकार ने 29 मई को अपने दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा कर लिया। इस खास दिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को एक पत्र लिखा है। इस खत के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश के लोगों की एकजुटता और दृढ़ निश्चय की जमकर तारीफ की है।
पीएम मोदी ने लिखा है कि आपने साबित किया है कि भारतीयों की सामूहिक ताकत और सामर्थ्य दुनिया के दूसरे शक्तिशाली और संपन्न देशों के मुकाबले बहुत आगे है। इतनी बड़ी संकट की घड़ी में ऐसा बिल्कुल नहीं दावा किया जा सकता कि किसी को कोई असुविधा या परेशानी न हुई हो। छोटे उद्योगों में काम कर रहे हमारे श्रमिक, प्रवासी मजदूर, मिस्त्री और कामगारों के साथ ही हॉकर्स और दूसरे देशवासियों ने असाधारण कष्ट झेला है।
कोरोना के खिलाफ भारत की जंग का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा, 'जहां एक ओर बड़े आर्थिक संसाधन और कुशल हेल्थकेयर सिस्टम वाली ताकतें थीं, वहीं दूसरी ओर हमारे देश में दूसरी समस्याओं के साथ बड़ी आबादी और सीमित संसाधन की मुश्किल थी। बहुत से लोगों को डर था कि कोरोना की चपेट में आने के बाद भारत दुनिया के लिए एक समस्या बन जाएगा। लेकिन आपने दुनिया की उस सोच को बदल दिया।'
पीएम मोदी ने कहा, 'हमें इस बात का ध्यान रखना होगा जो असुविधा हम झेल रहे हैं, उससे किसी तबाही में न बदलने पाए। इसलिए यह हर भारतीय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि वह नियमों और गाइडलाइंस का पालन करे। देश ने अब तक धैर्य दिखाया है और आगे भी इसे बरकरार रखना चाहिए। यही एक सबसे बड़ी वजह है कि आज भारत दूसरे कई देशों के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित है। यह एक लंबी
पीएम मोदी ने अपनी सरकार के कामकाज का विस्तृत ब्योरा भी दिया है। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रहित में लिए गए ऐतिहासिक कदमों और फैसलों के बारे में इस खत में जानकारी देना बहुत ज्यादा होगा। लेकिन मैं यह जरूर कह सकता हूं कि इस एक साल के हर दिन मेरी सरकार ने चौबीसों घंटे पूरी ताकत और जोश के साथ इन फैसलों को लागू किया है।'
पत्र में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए सर्जिकल और एयर स्ट्राइक जैसे कदमों पर संतोष जताया। इसके साथ ही उन्होंने राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले और नागरिकता संशोधन कानून का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि राम मंदिर पर सर्वसम्मति से आए फैसले से सदियों से चली आ रही बहस का सौहार्दपूर्ण समापन हुआ है। ट्रिपल तलाक को बर्बर प्रचलन बताते हुए पीएम ने पिछले साल इसके गैरकानूनी करार दिए जाने की बात भी कही। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाए जाने पर खत में कहा, 'इससे राष्ट्रीय एकता और अखंडता की भावना मजबूत हुई है।
पीएम मोदी ने खत में कहा कि लोगों ने लगातार दूसरी बार उन्हें इसलिए मौका दिया क्योंकि जनता पहली पारी में किए गए काम को मजबूत आधार देना चाहती थी। पीएम ने लिखा, '2014 से 2019 के बीच भारत भारत का कद तेजी से बढ़ा है। गरीबों के उत्थान का काम हुआ है।