रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी ने आईएएस की नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। चौधरी ने अपना इस्तीफा डीओपीटी को भेज दिया है। बताया जा रहा है कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि चौधरी रायगढ़ की खरिसया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
खरसिया से वर्तमान में कांग्रेस के उमेश पटेल विधायक हैं, जो कांग्रेस के दिवंगत नेता नंदकुमार पटेल के बेटे हैं। यह सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। ओपी चौधरी 2005 बैच के आआईएएस अधिकारी है। खास बात यह है कि चौधरी रायगढ़ के ही बयांग के रहने वाले हैं। वे दंतेवाड़ा और जांजगीर के कलेक्टर भी रह चुके हैं। चौधरी ने दंतेवाड़ा के जांवगा में एजुकेशन सिटी और रायपुर में ऑक्सी रीडिंग झोन का निर्माण कराया है।
माना जाता है कि चौधरी के इन निर्माण कार्यों के चलते छत्तीसगढ़ की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर हुई, वहीं चौधरी सीएम रमनसिंह के पंसदीदा अफसरों में भी शुमार रहे हैं। चौधरी के जिस खरसिया सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें हैं। इस सीट पर अगासिया समुदाय के वोटरों की भूमिका निर्णायक होती है और चौधरी भी इसी समुदाय से आते हैं। कहा जा रहा कि चौधरी जल्द ही दिल्ली में भाजपा में शामिल होंगे।
क्या कहती है भाजपा : भाजपा का कहना है कि ओपी चौधरी यदि पार्टी में आते हैं तो उनका स्वागत है। सभी वर्ग और उम्र के अधिकारियों का समर्थन भाजपा के साथ है। टिकट पर पार्टी का कहना है कि चौधरी को टिकट मिलेगा या नहीं यह तो केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा।