एन चुनाव के वक्त तक टीएमसी के कई नेता पार्टी छोड़कर भाजपा के साथ जा रहे थे ऐसे में पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी की मुश्किलें बहुत बढ़ी हुई हैं। हालांकि ममता जुझारू नेता है लेकिन सितारे तो कुछ और ही कह रहे हैं...
पश्चिम बंगाल में ममता और उनकी तृणमूल कांग्रेस ने पूरी कोशिश की कि लोगों को एक बार फिर से अपने पक्ष में मतदान करने के लिए उत्साहित किया जा सके। लेकिन उनकी ही पार्टी के सांसदों और विधायकों ने टीएमसी को गुड बाय कर भाजपा से नाता जोड़ा और चुनाव के टिकट भी हासिल किए। 23 मई को परिणाम सामने होंगे लेकिन फिलहाल हम जानते हैं तृणमूल कांग्रेस की कुंडली क्या कहती है-
: शनि और केतु तृणमूल कांग्रेस की कुंडली में जन्म के सूर्य के ऊपर से गुजर रहे हैं।
: बृहस्पति मतदान के शुरुआती दो चरणों में जन्म के सूर्य के ऊपर से गुजरे हैं।
: मतदान के दिन पश्चिम बंगाल में गोचररत चंद्रमा की स्थिति अच्छी नहीं थी।
: परिणाम के दिन तृणमूल कांग्रेस राहु की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा से गुजर रही है।
शनि का वर्तमान गोचर के आधार पर तृणमूल कांग्रेस को सफलता पाने में खासी कठिनाई होने वाली है। सीटों की संख्या में भी शायद ही वृद्धि हो। ग्रह दशा के कारण पार्टी में विभाजन और भ्रम की स्थिति भी रह सकती है।
ग्रह गोचर स्थितियों के कारण टीएमसी को अपनी पूर्व स्थिति बनाए रखने में बहुत पसीना बहाना पड़ा। इसके बावजूद ग्रह दशा के कारण वह इस कार्य में सफल नहीं हो सकेंगी। इस चुनाव में टीएमसी को कुछ महत्वपूर्ण सीटें गंवानी पड़ सकती है।